नई दिल्ली। साल 2004 में हुई इशरत जहां मुठभेड़ मामले में सीबीआई ने बीते दिनों विशेष अदालत में पहला आरोप पत्र दाखिल किया। इस आरोप पत्र में सीबीआई ने कई अहम खुलासे किए हैं। आरोप पत्र में यह खुलासा भी किया गया है कि इशरत मुठभेड़ मामले में इस्तेमाल किए गए हथियार गुजरात पुलिस को सब्सिडियरी इंटेलीजेंस ब्यूरो ने उपलब्ध कराए थे। वहीं, इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) ने फरवरी, 2013 में सीबीआई को एक चिट्ठी लिखी थी। इस चिट्ठी में यह जानकारी दी गई थी कि लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी डेविड हेडली ने पूछताछ में अमेरिकी जांच एजेंसी को यह बात बताई थी कि अहमदाबाद में मुठभेड़ में मारी गई इशरत जहां एक फिदायीन हमलावर थी। सीबीआई को लिखी इस चिट्ठी में कहा गया था कि लश्कर-ए-तैयबा के एक कमांडर ने हेडली को इशरत जहां के बारे में बताया था। चिट्ठी के मुताबिक, हेडली ने कहा कि इशरत जहां को लश्कर−ए−तैयबा ने भर्ती किया था।
आईबी के मुताबिक, एफबीआई ने 25 मई 2010 को इशरत के बारे में जानकारी दी थी, लेकिन भारत में जांच एजेंसी एनआईए ने हेडली की बातों पर भरोसा नहीं किया। एनआईए सूत्रों के मुताबिक, हेडली का इशरत से सीधे कोई संपर्क नहीं था। एनआईए ने इशरत पर तैयार अंतिम रिपोर्ट से इस बात को हटा दिया था। एनआईए सूत्रों के मुताबिक, इशरत के बारे में हेडली के का कोई बयान रिकॉर्ड नहीं है और यह सबूत के तौर पर भी मान्य नहीं है।
हेडली ने बताया था, फिदायीन हमलावर थी इशरत: आईबी
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Updated : 2013-07-05T05:30:00+05:30
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