उत्तर प्रदेश में बाढ़ में अब तक 152 मौतें, 5 लाख विस्थापित
लखनऊ | उत्तर प्रदेश में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 152 तक पहुंच गई। अधिकतर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं इसके साथ भारी वर्षा ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है। पांच लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
वैसे सरकार अभी भी उन ग्रामीणों की मदद कर रही है जिन्होंने यह दावा किया है कि उनकी जमीनों पर पानी भर जाने के कारण वे अपनी आजीविका से वंचित हो गए हैं।
प्रदेश में शारदा, घाघरा, रामगंगा, गंगा, यमुना, बेतवा, केन, गोमती, साई और सरयू नदियां उफान पर हैं। इन नदियों ने बड़े क्षेत्रों को बर्बाद कर दिया है।
गोमती नदी से सीतापुर, लखनऊ और सुल्तानपुर के बहुत से गांवों में बाढ़ का मंजर है जबकि, साई नदी से लखनऊ और रायबरेली के कुछ हिस्सों में कहर टूट पड़ा है। घाघरा और सरयू नदियों से बाराबंकी, फैजाबाद, गोरखपुर, बस्ती, कुशीनगर बहराइच, गोंडा और श्रावस्ती के गांव बह रहे हैं।
प्रदेश में शारदा नदी पलियाकला में, घाघरा नदी एल्गिन ब्रिज पर व अयोध्या तथा तृतीर्पार में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। प्रदेश की प्रमुख नदियों के जलस्तर में गंगा नदी का जलस्तर अंकिनघाट कानपुर, रायबरेली, इलाहाबाद, मिजार्पुर, वाराणसी, गाजीपुर तथा बलिया में बढ़ रहा है। रामगंगा नदी का जलस्तर बिजनौर, मुदराबाद तथा बरेली में बढ़ रहा है। यमुना नदी का जलस्तर आगरा व इलाहाबाद में, बेतवा नदी का जलस्तर झांसी में तथा केन नदी का जलस्तर बांदा में बढ़ रहा है। गोमती नदी का जलस्तर सीतापुर, लखनऊ तथा सुल्तानपुर में बढ़ रहा है। सई नदी का जलस्तर लखनऊ व रायबरेली में बढ़ रहा है। घाघरा नदी का जलस्तर बाराबंकी तथा फैजाबाद में बढ़ रहा है। ताजा जानकारी के मुताबिक राप्ती नदी का जलस्तर बहराइच व श्रावस्ती में तथा बूढ़ी राप्ती का जलस्तर सिद्धार्थनगर में बढ़ रहा है। प्रदेश में फरूर्खाबाद, कानपुर नगर, रायबरेली, इलाहाबाद , औरैया, हमीरपुर, झांसी, बांदा, लखनऊ, सुल्तानपुर, लखीमपुर खीरी तथा बलरामपुर में पिछले 24 घण्टें में 25 मिमी से अधिक वर्षा होने की सूचना प्राप्त हुई है। मौसम विभाग से प्राप्त सूचना के अनुसार अगले 48 घण्टे में प्रदेश के एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की सम्भावना है।