आर्थिक सुधार के लिए विदेशी निवेश जरूरी

नई दिल्ली। वर्ष 2013-14 का आम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ​पी चिदम्बरम ने विदेशी निवेश को भारत के आर्थिक सुधार के लिए जरूरी करार दिया। पी चिदम्बरम का यह 8 वां बजट है। अपने बजट भाषण में उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक विकास दर कम होना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 में आर्थिक मंद रही। विश्वव्यापी मंदी का असर भारत पर भी पड़ा।
आज लोकसभा में वर्ष 2013-14 का बजट पेश करते हुए वित मंत्री ने अनेक कल्याणकारी योजनाओं के लिए पैसा उपलब्ध कराया। दलित पिछडों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं तथा बच्चों के लिए धन उपलब्ध कराये। वित्तमंत्री ने अनुसूचति जाति- जनजा​ति के लिए 41 हजार करोड़ रूपये दिये। अल्पसंख्यक वर्ग के महिलाओं एवं बच्चों के लिए 77 हजार करोड रूपये। अल्पसंख्यकों के लिये इसके अलावा अलग से 35 सौ करोड़ रूपये का प्रवाधान किया। उन्होंने कहा कि ये पैसे कहीं भी ट्रांसफर नहीं होंगे। सबको स्वास्थ्य और शिक्षा का नारा देते हुए वित्तमंत्री ने चि​कित्सा शिक्षा के लिए 47 सौ करोड़ रूपये। सर्व शिक्षा के लिए 77 हजार करोड़। 52 सौ करोड़ छा​त्रवृति के लिए। साफ पीने के पानी के लिए 15 हजार करोड़। मीड-डे-मिल के लिए 13 हजार करोड़। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा के लिए 65 हजार करोड़ रूपये का प्रवाधन किया है।
चिदम्बरम ने कहा कि उनका लक्ष्य है देश का टिकाउ एवं समग्र विकास करना। उन्होंने कहा कि उंची विकास दर प्राप्त् करना कठिन नहीं है। उन्होंने कहा कि 2013-14 में चीन एवं इंडो​नेशिया का ही विकास दर भारत से अधिक रहा।



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