इसरो ने पूरी की मंगल अभियान की दूसरी प्रक्रिया

इसरो ने पूरी की मंगल अभियान की दूसरी प्रक्रिया
X

चेन्नई | भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने मार्स ऑर्बिटर मिशन (एमओएम) अंतरिक्ष यान को कक्षा से बाहर निकालने की दूसरी प्रक्रिया को अंजाम दिया। यान को मंगलवार को पीएसएलवी-सी25 के जरिए सफलतापूर्वक धरती की कक्षा में स्थापित किया गया था।
इसरो ने कहा कि यह प्रक्रिया तड़के 2 बजकर 18 मिनट पर शुरू हुई, जिसमें अंतरिक्ष यान को दूरस्थ बिन्दु (धरती से सबसे दूर का बिन्दु) 28,814 किलोमीटर से 40,186 किलोमीटर पर उठा दिया गया। यान को कक्षा से बाहर निकालने की पहली प्रक्रिया कल रात 1 बजकर 17 मिनट पर की गई थी। मंगल अभियान के तहत यान को कक्षा से बाहर निकालने के लिए पांच प्रक्रियागत अभियानों को अंजाम दिया जाना है। तीसरी प्रक्रिया शनिवार को होगी ताकि यान के लिए दूरस्थ बिन्दु (एपोजी) को बढ़ाकर 71,650 किलोमीटर किया जा सके।
मंगल अभियान के तहत कक्षा से बाहर निकलने की चौथी और पांचवीं प्रक्रिया 11 और 16 नवंबर को होगी जिसके तहत इसकी अधिकतम दूरी को बढ़ाकर क्रमश:1 लाख किलोमीटर और 1.92 लाख किलोमीटर किया जायेगा। इन प्रक्रियाओं को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद अभियान के लिए एक दिसंबर का दिन काफी महत्वपूर्ण होगा जब परामंगल अंत:प्रक्षेपण रात करीब 12 बजकर 42 मिनट पर होगा। इसरो के पीएसएलवी-सी25 ने 1350 किलोग्राम के मंगलयान (मार्स ऑर्बिटर) को मंगलवार को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से दोपहर दो बजकर 38 मिनट पर प्रक्षेपण के 44 मिनट बाद पथ्वी की कक्षा में भेज दिया था। इसके साथ 450 करोड़ रुपये के इस अभियान का पहला चरण सफलतापूर्वक पूरा हो गया था।

Next Story