जनमानस
विपक्ष विहीन सत्ता
देश में विपक्षविहीन सत्ता का सपना और सुख की इच्छा रखने वाले पी. एम. इन वेटिंग शायद ऐसा ही सपना देख रहे हैं जैसा एक नव विवाहिता सास बिना ससुराल का सपना देखती है। सत्ता की ससुराल में निष्कंटक एकाधिकार की कामना उनके मन के किसी कोने में छिपे एक डिक्टेटर की इच्छा को उजागर कर रही है। एक स्वस्थ लोकतंत्र के लिए सशक्त विपक्ष का होना राष्ट्र के भावी भविष्य के लिए शुभ और कल्याणकारी है। आज जब देश में चहुं ओर चुनाव सुधार एवं संसदीय प्रणाली में सुधार की मांग राजनैतिक सोच का परिणाम ही माना जाना चाहिए, इससे देश की जनता जो आज 'भेडिय़ा धसान नहीं एक एक स्वस्थ लोकतांत्रिक सोच रखने वाली जनता है को यह सोचने पर विवश कर देगी कि क्या वह नागनाथ के स्थान पर सांपनाथ का चयन करेगी। इस कारण पी.एम. इन वेटिंग को विपक्ष विहीन सत्ता की कामना नहीं स्पष्ट बहुमत की सत्ता की मांग देश की जनता से करनी चाहिए।
नीति पाण्डेय, मुरैना