भारत में भी ड्रीमलाइनर विमानों की उड़ानों पर रोक
नई दिल्ली। भारत ने बोइंग के 787 ड्रीमलाइनर विमान को उड़ने पर रोक लगा दी है। भारत में डीजीसीए ने ये फैसला अमेरिका, जापान और यूरोप में ड्रीमलाइनर विमानों के उड़ने पर रोक के बाद लिया है। अभी भारत के पास कुल छह ड्रीमलाइनर विमान हैं जिनमें दिल्ली-कोलकाता, दिल्ली-चेन्नई, दिल्ली-बैंगलोर के अलावा विदेश में दिल्ली-दुबई और दिल्ली-फ्रैंकफर्ट के लिए ड्रीमलाइनर की उड़ानें थीं। इससे पहले अमेरिका और जापान ने भी ड्रीमलाइनर विमान के उड़ने पर तब पाबंदी लगा दी थी जब जापान में ड्रीमलाइनर की इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी। करीब 1100 करोड़ रुपये के इस ड्रीमलाइनर में बैटरी की खराबी बताई जा रही है जिसकी वजह से विमान में आग लगने का खतरा है, हालांकि भारत ने ऐसे 27 बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान खरीदने का ऑर्डर दिया हुआ है। गौरतलब है कि जापान के यामागुची एयरपोर्ट से जैसे ही ड्रीमलाइनर विमान उड़ा उसमें से धुआं निकलने लगा और ताकामतसु एयरपोर्ट पर उसकी इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी। इसके बाद जापान सरकार ने ड्रीमलाइनर की उड़ान रोकने का फैसला कर लिया था। जिस ड्रीमलाइनर विमान के उड़ने पर भारत में पाबंदी लगी है उसकी कीमत यहां करीब 1100 करोड़ रुपये से भी अधिक है। भारत में जब पहली बार ड्रीमलाइनर विमान आया था तो उसका स्वागत जोरदार स्वागत किया गया था। सबसे आधुनिक और सुख सुविधाओं वाले ड्रीमलाइनर में यात्रियों का खास ख्याल रखा गया है। 256 सीटों वाले इस विमान में 238 सीटें इकॉनोमी क्लास और 18 सीटें बिजनेस क्लास की हैं। बिजनेस क्लास की सीट का बिस्तर की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा विमान में बड़ी एलसीडी स्क्रीन भी लगी हैं।बेहद कम वजन वाले इस विमान में ईंधन की खपत भी बेहद कम होती है। एयर इंडिया के पास ऐसे छह विमान हैं, जबकि भारत की तरफ से 27 विमानों की खरीद का ऑर्डर दिया जा चुका है।