तिघरा संयंत्र से नहीं मिल रहा पानी
ग्वालियर| प्रोजेक्ट उदय के तहत शहर में पानी की आपूर्ति के लिए तिघरा पर नवीन जल शोधन संयंत्र का निर्माण किया गया था। इसकी अनुमानित लागत तो 6 करोड़ थी लेकिन यह बढ़कर 8 करोड़ रुपए तक पहुंच गई, उसके बाद भी शहरवासियों को निर्बाध रूप से स्वच्छ पानीं नहीं मिल पा रहा है। इस संयंत्र का निर्माण व देखरेख हैदराबाद की कंपनी विश्वा द्वारा की जा रही है। इस संयंत्र से पिछले दो सप्ताह से आपूर्ति में गड़बड़ी आ गई है। यहां की विद्युत आपूर्ति की मेन केवल जल जाने के कारण दक्षिण क्षेत्र की आपूर्ति विशेष तौर पर प्रभावित हो रही थी। इस कारण निंबाजी की खोह, गजराराजा, अवाडपुरा टंकी नहीं भर पा रही हैं, इस स्थिति में एक दिन बाद मिलने वाला पानी भी इन क्षेत्र के नागरिकों को कम मात्रा में मिल रहा है। इससे यह आशंका मजबूत हो रही है कि कहीं इस संयंत्र का हाल भी एजीएल कंपनी जैसा नहीं हो। दिल्ली की एजीएल कंपनी के पास निगम के कम्प्यूटराइजेशन का काम था मगर निगम अधिकारियों ने उसे समझने तक की जरूरत नहीं समझी। इस स्थिति में जब कंपनी का अनुबंध नहीं बढ़ा तो उसके कारिंदे निगम का जरूरी डाटा लेकर भाग गए। इस संयंत्र का हस्तांतरण भी अगले महीने निगम को किया जाना है, मगर संयंत्र की तकनीकी कार्यप्रणाली को समझने के लिए अभी तक निगम का एक भी कर्मचारी या अधिकारी यहां नियुक्त नहीं किया गया है। ऐसे में बढ़ती लागत से परेशान विश्वा कंपनी अगर काम छोड़कर भाग गई या तय समय पर भी गई तब भी निगम के लिए इस संयंत्र का संचालन कर पाना बहुत मुश्किल हो सकता है। इस संयंत्र से अधिकांश आपूर्ति दक्षिण विधानसभा की टंकियों में होती है।