जनमानस

ये मंत्री देश के या सोनिया के?


इतिहास साक्षी है 1947 से अब तक के शासन में इतने भ्रष्ट, इतने मगरूर इतने ओछे, इतने चापलूस वह भी राष्ट्र नहीं भारतीय जनमानस नहीं, बल्कि एक पार्टी प्रमुख के लिए कि सारी हदें पार कर दी मंत्री या शासक नहीं हुए। कानून मंत्री कांग्रेस अध्यक्ष के लिए जान लुटाने को तैयार क्योंकि उनकी सरकार ने डॉ. जाकिर हुसैन ट्रस्ट के लिए करोड़ों रु. लुटाए जिसे इस मंत्री ने डकार लिए वह भी विकलांगों के। बेहद शर्म की बात है इस मंत्री पद के लिए और भारत सरकार के लिए। दूसरे मंत्री हैं जयराम रमेश जो नाम से राम जी की जय करवाते हैं और मुंह से बदबूदार गदंगी निकालते हैं जैसे कि ये टॉयलेट के फेन हैं और मंदिरों के दुश्मन। नहीं तो ये टॉयलेट के साथ मंदिर नहीं जोड़ते। काश भारत के हिन्दू अपने धर्म के प्रति सजग एवं समर्पित होते। आज जयराम जैसे लोग इसलिए हिन्दू धर्म का मजाक उड़ाकर सुरक्षित रहते हैं क्योंकि कोई हिन्दू अपने-तेरे से ऊपर उठकर धर्म विरोधियों के खिलाफ खड़ा नहीं होता। अगर हैं भी तो उनसे कोई फर्क नहीं पड़ता । ऐसी घटना सारे हिन्दू समाज के लिए बड़े शर्म की बात है।
उदयभान रजक, ग्वालियर

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