भारत 161 पर सिमटा

भारत 161 पर सिमटा

पर्थ। आस्ट्रेलिया में बेन हिलफेनहास [4/43] व पीटर सिडल [3/42] की अगुवाई में तेज आक्रमण के जवाब में दिग्गज भारतीय बल्$img_titleलेबाजों का आत्मसमर्पण करना पर्थ में भी जारी रहा। परिणामस्वरूप तीसरे टेस्ट के शुरुआती घंटों में चार बड़े विकेट गंवा दिए। चायकाल तक मेहमान टीम ने छह विकेट खोकर 144 रन पर बना लिए थे।
चाय पर जाने के समय कप्तान धौनी चार और विनय कुमार पांच रन पर खेल रहे थे लेकिन चाय से लौटते ही टीम इंडिया का फिर वही रूप दिखाई दिया और देखते देखते आखिरी चार विकेट नौ रन के अंदर ढेर हो गए। बेन हिलफेनहास ने 43 रन देकर चार विकेट हासिल किए, इसके अलावा पीटर सिडल [3/42], स्टार्क [2/39] और हैरिस [1/33] ने शानदार गेंदबाजी की। इससे पूर्व 64 रन पर चार विकेट गंवाने के बाद संकट में दिख रही भारतीय टीम के लिए वीवीएस लक्ष्मण [31] और विराट कोहली [44] ने पांचवें विकेट के लिए 68 रनों की साझेदारी कर टीम का स्कोर सौ रन के पार कराया। इन दोनों स्थापित बल्लेबाजों को सिडल ने चायकाल से पूर्व कैच आउट कराया।
भारत की शुरुआत गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग ने की। लेकिन अभी टीम के खाते में चार रन ही जुड़े थे सहवाग हिलफेनहास की गेंद पर स्लिप में खड़े रिकी पोंटिंग को कैच थमा बैठे। इसके बाद राहुल द्रविड़ [9] और सचिन तेंदुलकर [15] भी सस्ते में आउट हो गए। द्रविड़ एक बार फिर बोल्ड हुए। उन्हें पीटर सिडल ने आउट किया। सौवें शतक की दहलीज पर खड़े सचिन तेंदुलकर आज भी इस लक्ष्य से दूर रहे। वह रेयान हैरिस की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। दूसरे छोर पर टिककर खेल रहे गंभीर भी लंच से पूर्व चलते बने। सीरीज में लगभग एक ही तरीके से आउट होने वाले गंभीर अपनी पुरानी कमी तोड़ पाने में नाकाम रहे और हिलफेनहास की गेंद पर विकेटकीपर ब्रैड हैडिन के हाथों लपके गए।

इससे पूर्व आस्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लार्क ने तीसरे टेस्ट मैच में टास जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी करने का न्यौता दिया। दुनिया में खतरनाक पिच के लिए विख्यात पर्थ के वाका में हो रहे इस मुकाबले के लिए दोनों टीमों ने चार-चार तेज गेंदबाजों को टीम में रखा है। भारत ने आर अश्विन की जगह आर विनय कुमार को एकादश में जगह दी है। भारत चार मैचों की सीरीज में 0-2 से पिछड़ा हुआ है।



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