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उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के घर पहुंचीं प्रियंका, परिजनों से मिलीं, कहा - उत्तर प्रदेश में महिलाएं असुरक्षित

उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के घर पहुंचीं प्रियंका, परिजनों से मिलीं, कहा - उत्तर प्रदेश में महिलाएं असुरक्षित
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उन्नाव। गैंगरेप पीड़ित के परिजनों से मिलने शनिवार दोपहर पहुंचीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाएं असुरक्षित हैं। सूबे के मुखिया कहते हैं कि प्रदेश से गुंडे भाग गए। उनके लिए उत्तर प्रदेश में जगह नहीं। हकीकत तो यह है कि राज्य में सिर्फ गुंडों के लिए जगह हैं, महिलाओं और बहनों के लिए कोई जगह नहीं।

प्रियंका ने कहा कि योगी सरकार में बच्चियां स्कूल जाने से डरती हैं। महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा? उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं के अत्याचार व आपराधिक वारताद पर लगाम लगाने में नाकम है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शनिवार दोपहर 12:43 बजे गैंगरेप पीड़ित के घर पहुंचीं। यहां उन्होंने पीड़ित के पिता, बहन और भाभी के साथ बंद कमरे में करीब आधे घंटे तक बातचीत की। प्रियंका ने परिवार को भरोसा दिलाया कि दुख की इस घड़ी में कांग्रेस पार्टी उनके साथ है। आपके साथ बहुत अन्याय हुआ है। पुलिस अपराधियों को बचाने में लगी रही। आरोपित पक्ष के लोग सत्ता से जुड़े हैं।

प्रियंका गांधी पीड़ित के पिता और अन्य परिजनों के मुंह से सुनी आपबीती पर भावुक हो उठीं और कुछ देर तक मौन रहीं। उन्होंने पिता को भरोसा दिलाया कि आपको घबराने की जरूरत नहीं है। पिता और बहन ने उन्हें बताया कि प्रधान के दबाव में पुलिस उनकी सुनवाई नहीं करती थी। प्रधान के परिवार की ओर से लगातार उन पर अत्याचार किया जा रहा था। जब वह अपनी शिकायत लेकर थाने जाते थे तो उनकी बात नहीं सुनी जाती थी।

प्रियंका ने कहा बेटी ने बहादुरी का परिचय दिया। वह दबंग किस्म के लोगों से लड़ती रही। उसे इंसाफ नहीं मिल सका। अब पीड़ित को इंसाफ दिलाने का काम कांग्रेस पार्टी करेगी। ऐसे अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।करीब 40 मिनट तक पीड़ित के परिजनों मिलने के बाद कांग्रेस महसचिव प्रियंका गांधी रायबरेली रवाना हो गईं।

पिता ने प्रियंका से कहा कि आरोपित पक्ष सत्ता का करीबी है। इसलिए सत्ता पक्ष का कोई भी नेता उनके घर नहीं आया। अगर कभी सत्ता पक्ष के नेता इधर आते भी थे तो वे सिर्फ प्रधान के घर ही जाते थे। उनके दबाव की वजह से प्रधान के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती थी। जिस तरह से आरोपितों ने उसकी बेटी को जलाकर मारा उसी तरह से उन्हें भी सजा मिलनी चाहिए।

प्रियंका के साथ पीड़ित के घर मिलने पहुंचीं अन्नू टंडन ने कहा, राज्य सरकार महिला अपराध को रोकने में असमर्थ है। जनपद में दो साल के भीतर महिलाओं के साथ जो अत्याचार की घटनाएं हुईं, उसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। यहां महिलाएं सुरक्षित नहीं है।

पीड़ित के चाचा ने कहा कि बेटी बहादुर थी, मगर दरिंदों ने उसे अपना शिकार बना लिया। वह अपने हक की लड़ाई लड़ रही थी। न्याय पाने के लिए वह हमेशा हिम्मत से विरोधियों का मुकाबला कर रही थी। दरिंदों को ऐसा लगा कि अब वह नहीं बच पाएंगे तो उन्होंने पीड़ित को जलाकर मार डाला।

प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलकर लौटने लगीं तो आरोपित परिवार के लोग उनके काफिले आगे लेट गए। साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें तत्काल रास्ते से हटाया। उन्होंने प्रियंका से मांग की है कि मामले की सीबीआई जांच कराई जाए। वह खुद को निर्दोष बता रहे थे। प्रियंका ने दो मिनट उनकी बात सुनीं उसके बाद काफिला आगे बढ़ गया।

गैंगरेप पीड़ित का शव आज शाम तक पहुंचने का अनुमान है। मौके पर डीएम देवेंद्र पांडेय एवं एसपी विक्रांत वीर समेत तमाम आला अफसर डटे हैं। पीड़ित के घर जाने वाली सड़क पर लाइटिंग की व्यवस्था की जा रही है। प्रशासन इस फिराक में है कि आज शाम तक ही पीड़ित का अंतिम संस्कार कर दिया जाए।

Updated : 7 Dec 2019 8:00 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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