यूपी में फिर हैवानियत, फतेहपुर में रेप पीड़िता को जिंदा जलाया
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कानपुर। उन्नाव में दरिंदगी के बाद पीड़िता को जिंदा जलाने की घटना अभी लोग भूल भी नहीं पाए कि पड़ोसी जनपद फतेहपुर में एक और ऐसी ही वारदात ने लोगों के रोंगटे खड़े कर दिए। फतेहपुर के हुसेनगंज इलाके के एक गांव में शुक्रवार की रात पड़ोस में रहने वाले चाचा ने किशोरी के साथ दरिंदगी की। शनिवार सुबह परिजन उसे लेकर थाने जाने लगे तो आरोपित ने मिट्टी का तेल डालकर पीड़िता को जिंदा जलाने की कोशिश की। 90 फीसदी झुलसी किशोरी को आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां से उसे गंभीर हालत में कानपुर के हैलट अस्पताल रेफर किया गया है।
युवती शनिवार सुबह घर पर अकेली थी। परिवार के लोग खेत में काम करने गए थे। तभी पड़ोसी युवक उसके घर पहुंचा और दरिंदगी की। पीड़िता के दिए बयान के अनुसार दुष्कर्म के बाद उसने परिजनों को बताने की बात कही। इस पर आरोपित उसे खींचता हुआ कमरे में ले गया और वहां रखे मिट्टी के तेल का गैलन उस उड़ेलकर आग लगा दी।
आग का गोला बनने के बाद पीड़िता बचने के लिए चीखती-चिल्लाती रही। शोरगुल सुनकर पड़ोसियों ने उस पर जूट का बोरा डालकर किसी तरह आग बुझाई और परिजनों को सूचना दी। आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल पहुंचाया गया। यहां नाजुक हालत देखते हुए कानपुर रेफर कर दिया गया। फतेहपुर जिला अस्पताल की इमरजेंसी में तैनात डॉ. नरेश विशाल ने बताया कि पीड़िता 90 फीसदी झुलस गई है। पैर के निचले हिस्से ही शेष बचे हैं। बाकि शरीर बुरी तरह झुलस गया है।
जिला अस्पताल पहुंची पीड़िता चीखती रही थी। महिला इंस्पेक्टर के साथ बयान लेने पहुंचे नायब तहसीलदार के सामने पीड़िता बचाने के लिए चिल्ला पड़ी। मजिस्ट्रेट द्वारा घटना के बारे में पूछने पर वह बार-बार चिल्लाती रही...साहब मुझे बचा लो, मै मरना नहीं चाहती। बेटी की हालत देखकर उसके परिजन भी दहाड़े मारकर बिलख रहे थे। वहीं, सीओ सिटी केडी मिश्रा ने बताया कि पीड़िता के भाई ने पुलिस को तहरीर दी है। आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
उन्नाव जैसी घटना घटित होने पर अफसरों में हड़कंप मच गया। डीएम संजीव सिंह और एसपी प्रशांत वर्मा पीड़िता को रेफर किए जाने के बाद उसके गांव पहुंचे। उन्होंने गांव के लोगों से घटना के बावत जानकारी ली और परिजनों को भरोसा दिया कि आरोपित को सख्त सजा दिलाने का भरोसा दिया।
दरिंदगी को अंजाम देने वाला आरोपित फरार हो गया। दहशत में उसके परिजन भी ताला बंदकर गांव से निकलकर बाहर चले गए। अफसरों के पहुंचने पर आरोपित के परिजनों की तलाश कराई गई लेकिन किसी का पता नहीं चला।
Amit Senger
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