उद्यमियों ने संस्कृति यूनिवर्सिटी और एमएसएमई के प्रयासों को सराहा
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मथुरा। मिनिस्ट्री ऑफ माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज और संस्कृति यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय सोलर टेक्नोलाजी, नेशनल वर्कशाप एंड ट्रेड फेयर का रविवार को यादगार लम्हों के बीच समापन हुआ। इस अवसर पर पीपीडीसी आगरा के अधिकारियों असिस्टेंट डायरेक्टर राजकुमार गुंटी, दीपक गुप्ता और कुलपति डॉ. राणा सिंह द्वारा दिल्ली, नोएडा, आगरा, मथुरा आदि से आए उद्यमियों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
ट्रेड फेयर के समापन अवसर पर कुलपति डॉ. राणा सिंह ने कहा कि आमतौर पर किसी भी व्यक्ति को व्यवसाय में सफल होने के लिए उसके एक से अधिक पक्षों पर ध्यान देना होता है, परंतु एक उद्यमी की सफलता में सीधे तौर पर व्यवसाय से जुड़े पक्षों के अलावा कई ऐसे पक्ष भी जुड़े होते हैं, जिन्हें उसे काम शुरू करने से पहले और काम करते समय लगातार अभ्यास में लाना पड़ता है। कुलपति डॉ. सिंह ने कहा कि एमएसएमई के पीपीडीसी आगरा और संस्कृति यूनिवर्सिटी के इन प्रयासों का मूल उद्देश्य छात्र-छात्राओं और स्थानीय उद्यमियों को एक ऐसा मंच देना है, जिससे वे बदलती टैक्निक और आवश्यकताओं को समझते हुए अपने विचारों को नया आयाम दे सकें। इस अवसर पर पीपीडीसी आगरा के असिस्टेंट डायरेक्टर राजकुमार गुंटी ने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे अपने विचारों को मूर्तरूप देने के लिए एमएसएमई से सम्पर्क कर सकते हैं। श्री गुंटी ने कहा कि उद्यमी किसी भी आयु वर्ग के हो सकते हैं और वह समाज के किसी भी धड़े से आ सकते हैं। यह जरूरी नहीं कि वह उच्च शिक्षित हों।
इस अवसर पर आगरा से आईं प्रीति सिंह ने छात्र-छात्राओं और उद्यमियों को आज के समय में डिजीटल मार्केटिंग के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि एक सफल उद्यमी बिजनेस एवं मार्केटिंग की किताबें, पत्रिकाएं, रिपोट्र्स, वेबसाइट्स और इंडस्ट्री के अन्य प्रकाशन लगातार पढ़ते रहते हैं। सूचना के ये स्रोत उन्हें व्यवसाय और मार्केटिंग से जुड़ी समझ को पुख्ता करने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।
ट्रेड फेयर के समापन अवसर पर दीपक गुप्ता, विकास वर्मा, अमित चोपड़ा आदि ने सहयोग के लिए संस्कृति यूनिवर्सिटी प्रबंधन और दूर-दूर से आए उद्यमियों का आभार माना।
Naveen Savita
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