एससी-एसटी बिल में संशोधन के खिलाफ प्रदर्शन
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लखनऊ। एससी-एसटी बिल में संशोधन के विरोध में 'बाप क्रांति' के तत्वाधान में कई सामाजिक संगठनों ने रविवार को हजरतगंज स्थित महात्मा गांधी पार्क में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह काला कानून सवर्णों के लिए फांसी के समान है। सरकार 78 प्रतिशत लोगों के अधिकारों का हनन कर रही है। वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान न करते हुए तमाम तानाशाही कार्य कर रही है। सरकार को इस कानून की पुनः समीक्षा करनी चाहिए।
विकाश पाण्डेय ने कहा की जिस प्रकार अंग्रेजों ने लोगो में 'फूट डालो राज करो' की नीति अपनायी थी। वहीं नीति केंद्र सरकार अपना रही है। वह केवल लोगों को आपस में लड़वा कर राज करना चाहती है। हम लोग आपस में मिल जुलकर रहते है। केंद्र की सरकार इसी तरह अध्यादेश लाकर क्या राम मंदिर निर्माण करवा सकती है?
भारतीय राष्ट्रवादी मोर्चा के अध्यक्ष प्रांजल तिवारी ने कहा की मोदी सरकार खुद को सुप्रीम कोर्ट से भी बड़ा मानती है। इसलिए कोर्ट के आदेश के खिलाफ अध्यादेश लाकर संशोधित कानून बनाया। मोदी सरकार केवल 2019 लोकसभा के चुनाव के लिए दलित हितैषी बन रही है। इस दौरान राकेश सिंह, विवेक श्रीवास्तव, प्रभाकर सिंह, विकास शाही, जीतेन्द्र यादव आदि शामिल रहे।
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