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लखनऊ बना रण क्षेत्र, भारतीय सेना ने दुश्मनों के छुड़ाये छक्के

- डिफेंस एक्सपो में रोमांचकारी रहा भारत की सैन्य शक्ति का लाइव डेमो

लखनऊ बना रण क्षेत्र, भारतीय सेना ने दुश्मनों के छुड़ाये छक्के
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लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राजधानी लखनऊ में पांच दिवसीय डिफेंस एक्सपो का उद्घाटन किया। इसके बाद वृंदावन योजना के सेक्टर 15 स्थित कार्यक्रम स्थल युद्ध स्थल में तब्दील हो गया। इस दौरान भारतीय सेना ने अपने शौर्य का रोमांचकारी प्रदर्शन (लाइव डेमो) करते हुए दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिये।

इस लाइव डेमो में सेना के टैंक हवा में उड़ते नजर आये। पल झपकते वे पानी और बड़े व गहरे नालों को भी पार कर रहे थे। वायु सेना के फाइटर विमानों और हेलीकाप्टर ने अपने अद्भुत प्रदर्शन से लोगों को रोमांचित कर दिया। उद्घाटन समारोह के बाद करीब एक घंटे तक चले भारतीय सेना के इस शौर्य प्रदर्शन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विभिन्न देशों के आये रक्षा मंत्रियों और अन्य प्रतिनिधियों ने भी अवलोकन किया।

सबसे पहले थल सेना के जाबाज जवानों ने मोटर साइकिलों पर प्रदर्शन किया, जो अद्भुत नजारा पेश कर रहा था। इसके बाद वायु सेना के जवानों ने आकाशगंगा का लाइव डेमो पेश किया। इसमें वे करीब आठ हजार फिट की ऊंचाई से पैरासूट के माध्यम से नीचे उतरे। वायु सेना के एयर शो में त्रि़शूल और सूर्यकिरन की एरोबेटिक टीम ने हैरतअंगेज कारनामे प्रस्तुत किये। एयर शो में फाइटर जेट सुखोई, तेजस, जगुआर, रुद्र, धु्रव, चिनूक, डोर्नियर और मालवाहक ग्लोबमास्टर ने भी भाग लिया।

इसके बाद शुरु हुआ रण भूमि का नजारा। इसके लिए कार्यक्रम स्थल पर युद्ध क्षेत्र का पूरा दृश्य दर्शाया गया था। दुश्मन की सेना ने पानी और गहरी खाई जैसे तमाम अवरोध निर्मित किये थे। ऐसे में सेना के अत्याधुनिक टैंकों ने सभी अवरोधों को पार कर दुश्मन की रणनीति को असफल कर दिया। इस दौरान विकल्प रुप में इन अवरोधों पर सेना के जवानों ने पलक झपकते अस्थाई पुल के निर्माण का भी कर्तब दिखाया।

इस दौरान लड़ाकू हेलीकाप्टर से युद्ध क्षेत्र में कमांडो भी उतारे गये और पीछे लगी पैदल सेना के जवान दुश्मन क्षेत्र में कब्जा करते जा रहे थे। जैसे ही वे अपने मिशन में सफल होते ग्रीन लाइट के सिग्नल से इसका संकेत भी जारी कर रहे थे। इस लाइब शो में टैंक को पानी में कुदाने का भी प्रदर्शन किया गया। इसके लिए वहां दो बड़े गड्ढे बनाये गये थे और उनमें रंगीन पानी भरा गया था। सेना का यह लाइव प्रदर्शन डिफेंसे एक्सपो में प्रतिदिन दोनों कार्यक्रम स्थलों वृंदावन सेक्टर-15 और गोमती रिवर फ्रंट पर आयोजित होगा। आठ और नौ फरवरी को इसे आम लोगों को भी देखने का अवसर दिया जाएगा।

पूर्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिफेंस एक्सपो के 11वें संस्करण का उद्घाटन किया। इस अवसर पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उप्र की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सेना के तीनों प्रमुख भी उपस्थित रहे। ''डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन ऑफ डिफेंस'' की थीम पर आयोजित हो रहा यह डिफेंस एक्सपो हथियारों की दृष्टि से यह एशिया का सबसे बड़ा 'बाजार' राजधानी स्थित वृंदावन योजना के सेक्टर-15 में 43 हजार वर्गमीटर में फैला हुआ है। इसके अलावा आयोजन के कुछ कार्यक्रम गोमती रिवर फ्रंट पर भी आयोजित किये जा रहे हैं।

इस महा समागम में 70 से ज्यादा देशों की 1028 कंपनियां अपने उत्पादों और तकनीकों का प्रदर्शन कर रही हैं। इनमें 856 भारतीय और 172 विदेशी कंपनियां हैं। इस पांच दिवसीय डिफेंस एक्सपो में रक्षा सौदों से जुड़े तकरीबन 200 से ज्यादा सहमति पत्र (एमओयू) हस्ताक्षरित होंगे। इस आयोजन का बड़ा फायदा उत्तर प्रदेश से गुजरने वाले डिफेंस कॉरिडोर को होगा।

इस मेगा इवेंट में प्रमुख रुप से लॉकहिड मॉर्टिन (अमेरिका), साब (स्वीडन), बोइंग (अमेरिका), रोहड एंड श्वार्ज (जर्मनी), रोसोबोरन एक्सपोर्ट्स (रूस), एयरबस (फ्रांस), दसां एविएशन (फ्रांस), यूनाइटेड एयरफ्रॉफ्ट (रूस), सिबत (इजरायल), मैगलन एयरोस्पेस (कनाडा), बीएई सिस्टम्स (यूनाइटेड किंगडम) समेत तमाम कंपनियां अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रही हैं। डिफेंस एक्सपो में 500 से अधिक व्यवसायिक बैठकें और 20 से ज्यादा सेमिनार प्रस्तावित हैं।

गुरुवार को 15 से अधिक अफ्रीकी देशों के रक्षा मंत्रियों के साथ विशेष कॉन्फ्रेंस का आयोजन भी पहली बार होने जा रहा है। रक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इन अफ्रीकी देशों के साथ रक्षा उत्पादों के निर्यात का सौदा भी हो सकता है। इसके अलावा अमेरिका और नाइजीरिया से भी रक्षा कारोबार को लेकर कई करार होने की उम्मीदें हैं।

Updated : 5 Feb 2020 2:13 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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