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महिलाओं के योगदान के बिना नहीं हो सकता देश का विकास : राज्यपाल

महिलाओं के योगदान के बिना नहीं हो सकता देश का विकास : राज्यपाल
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लखनऊ। 71वें गणतंत्र दिवस राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को राजधानी लखनऊ में प्रदेशवासियों का सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत विभिन्न धर्मों को मानने वाला देश है। यह हमेशा एक रहा है, एक है और हमेशा एक रहेगा।

आज के अवसर पर मैं अन्य नये विचारों पर भी बल देना चाहूंगी। यदि हम संतुष्ट हैं कि कोई पुराना रास्ता अनुपयोगी हो गया है तो नये रास्तों को खोजने में कोई संकोच नहीं होना चाहिए, और न ही नये विचारों एवं नई तकनीकों को अपनाने में हिचक होनी चाहिए। कहा कि जो हमारे लिए​ हितकर हो, नया सृजन करने में कठिनाईयां तो आती ही हैं, परन्तु उनका समाधान भी होता है। उन्होंने कहा कि आज हमारे देश की लगभग 50 प्रतिशत आबादी महिलाओं की है, इसलिए यह आवश्यक ​है कि महिलाओं से जुड़े विभिन्न सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक तथा कानूनी मुद्दों पर संवेदनशीलता के साथ उनके विकास संबंधी कार्यक्रमों को भी आगे बढ़ाया जाय। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति अपनी सोच में बदलाव लाकर हम उन्हें आगे बढ़ा सकते हैं। जब-तक विकास में महिलाओें का योगदान नहीं होगा तब-तक भारत का विकास नहीं होगा। उन्होंने बाल विवाह, दहेज प्रथा, कन्या भ्रुण हत्या से देश तथा प्रदेश को मुक्त करने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमें पानी के बारे में भी सोचना होगा। हम सबको पानी बचाना होगा। श्रीमती पटेल ने कहा कि इतिहास इस बात का साक्षी है कि हमारे सामने कई बार संकट की घड़िया आयीं, लेकिन हमारी संस्कृति सदैव अखण्डित रही है। इसके पीछे सबसे बड़ा योगदान रचनात्मक दृष्टिकोण और त्याग की भावना रहा है। आज ही के दिन हमारा संविधान लागू हुआ है और सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न गणतंत्र राष्ट्र बने।

अधिकार के साथ हमें कर्तव्य का भी ध्यान रखना होगा

उन्होंने कहा कि हमारा संविधान राजनीतिक समानता पर आधारित है। हम सभी धर्म का सम्मान आदर करते हैं और सभी नागरिकों को समान अधिकार देते हैं। प्रतिवर्ष 26 नवम्बर को देशवा​सी संविधान दिवस मनाते हैं। डा. भीमराव अम्बेडकर ने भारतीय संविधान के निर्माण में जो योगदान दिया है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। हमारा ​संविधान अधिकार के सा​थ-साथ कर्तव्य का भी बोध देता है। जब हम अधिकार की बात करते हैं तो हमें कर्तव्य का भी ध्यान रखना चाहिए। हमारी शासन प्रणाली किसी भी पंथ, सम्प्रदाय अथवा जाति के साथ भेदभाव न करते हुए लोकतांत्रिक रीति से सभी का संरक्षण एवं पोषण करती​ है। आज के दिन हमसबको मिलकर यह संकल्प लेना होगा कि हम आपसी भाईचारे और प्रेम को निरन्तर मजबूत बनायेंगे।

उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश राज्पाल के पद की शपथग्रहण किये अभी मुझे लगभग छह माह ही हुये हैं। मैं राज्यपाल के रूप में पहली बार अपने प्रदेश की जनता को सम्बोधित कर रही हूं। उत्तरप्रदेश भौगोलिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक की दृष्टि से देश में अपना एक विशिष्ट स्थान रखता है। देश की राजनीतिक मानचित्र पर यूपी की एक महत्वपूर्ण भूमिका रही है। यहा के लोगों ने देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 से लेकर 1947 में देश की आजादी तक महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस प्रदेश ने देश को अब-तक 09 प्रधानमंत्री दिये हैं। लगभग 23 करोड़ की जनसंख्या के साथ उत्तरप्रदेश देश का अधिकत्तम संख्या वाला राज्य बना है। निश्चित रूप से इसमें युवाओं की संख्या ज्यादा होगी।

उन्होंने कहा कि युवाओं के सार्थक उपयोग पर राष्ट्र का भविष्य भी निर्भर करता है। मैं चाहूंगी कि युवा उन सामाजिक बुराईयों से भी लड़ने का काम करे, जो समाज व राष्ट्र को पीछे ले जाती है। सामाजिक न्याय को स्थापित करने में यद्यपि शासन की भूमिका महत्वपूर्ण है, लेकिन केवल शासन के ही प्रयास से ही सामाजिक न्याय की स्थापना नहीं हो सकती। इसके लिए मानव मात्र की श्रेष्ठता में अटूट विश्वास आवश्यक है। हमें यह मानकर चलना होगा कि प्रत्येक श्रेष्ठता निहित है।

उन्होंने कहा कि आवश्यकता इस बात है कि सभी को अभिव्यक्ति और प्रस्फुटन का अवसर मिले। राजनीतिक लोकतंत्र को सुदृढ़ करने, सामाजिक समानता स्थापित करने, आर्थिक विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने तथा देश की अखण्डता को अक्षुण्य रखने के लिए समाज के सभी वर्गो के सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। हमारा यह प्रयास होना चाहिए कि विकास चिर स्थायी हो, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति को प्रा​थमिकता मिले और वह अपनी आशाओं और अवसरों में वृद्धि कर सके। उन्होंने कहा कि 21वीं शताब्दी कल्याण की है, जिसका सीधा मतलब है कि देश का आर्थिक एवं सामाजिक विकास। युवा शक्ति की योग्यता उसके कौशल विकास पर आधारित होनी चाहिए। हम विश्व के सबसे युवा राष्ट्रों में से एक हैं और युवा कामगारों की बड़ी संख्या में उपलब्धता हमारी सबसे बड़ी शक्ति है।

मोदी के नेतृत्व में नये भारत का अभ्युदय हो रहा

उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने देश के युवाओं के विकास और उन्हें रोजगार से जोड़ने के लिए स्किल इंडिया, स्टार्टअप और स्टैंडअप इण्डिया जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं चलायी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की तस्वीर और तकदीर दोनों ही बदल रही है। नये भारत का अभ्युदय हो रहा है। देश की नई पहचान बन रही है। प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई उज्जवला, सौभाग्य योजना, आवास योजना, स्वच्छता अभियान, आयुष्मान भारत योजना, मुद्रा संबंधी योजनाओं ने उल्लेखनीय सफलता अर्जित की है।

उन्होंने प्रदेश की योगी सरकार का प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा उत्तरप्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने की दिशा में जन सहभागिता, जनता की समस्याओं का निराकरण, जनजातियों के विकास, पर्यावरण सं​तुलन के साथ रोजगार कार्यक्रम, स्वास्थ्य सुविधा एवं सुरक्षा, उद्योगों का विकास, कौशल विकास, समाज कल्याण, महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण, सामूहिक विवाह, पुलिस सुधार, शहरी विकास जैसी सुविधाएं देने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा शिक्षा को प्रोत्साहन,​ असहायों व वृ​द्धों के कल्याण, विद्युतिकरण, किसानों के लिए ऋणमोचन एवं किसान समृद्धि योजना, सिंचाई हेतु मुफ्त पानी देते हुए उनकी आय दोगुनी करने तथा 'एक जिला-एक उत्पाद' जैसे अनेक विकासपरक एवं कल्याणकारी कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है।

राज्यपाल आनंदीबेन ने कहा कि विकास की गति को तेज करने के उद्धेश्य से राज्य सरकार द्वारा बनाये जा रहे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे, गोखपुर-पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा गंगा एक्सप्रेस-वे के साथ डिफेंस इंड्रीस्ट्रीयल कॉरिडोर परियोजनों से आस-पास के क्षेत्रों में उद्योगों, शिक्षण संस्थाओं तथा व्यवसायिक केन्द्रों के विकास के साथ प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रुप से लोगों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। अंत में कहा कि राष्ट्र व प्रदेश के विकास के लिए पूर्ण संकल्प के साथ सार्थक प्रयास करें।

इसी तरह बालिकाओं के स्वास्थ्य एवं शिक्षण को सुदृढ़ करने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई कन्या सुमंगला योजना ​बेटियों के लिए महत्वपूर्ण है। इसमें कन्या के जन्म से लेकर उसके स्नातक में प्रवेश लेने तक की छह चरणों में 15 हजार रूपये की धनराशि की व्यवस्था की गई है। मुझे विश्वास है कि इस योजना से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' तथा महिला के सशक्तिकरण को भी बल मिलेगा।

Updated : 26 Jan 2020 8:34 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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