दो साल बाद पकड़ में आया बैंकों को चूना लगाने वाला नटवरलाल
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पकड़े गए शातिर से हो सकते हैं कई और बड़े खुलासे
आगरा। थाना न्यू आगरा पुलिस ने दो साल से फरार चल रहे एक नटवरलाल को बंदी बनाया है। उस पर 25 हजार रू. का इनाम घोषित था। जालसाज पर कई बैंकों से 57 लोन लेकर 14 करोड़ रू. की जालसाजी किए जाने के आरोप हैं। आरोपी के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं।
पकड़ा गया आरोपी बैंक कॉलोनी, नाई की मंडी निवासी रजत कुलश्रेष्ठ बताया गया है। जिसके खिलाफ 1 मई 2017 को उसके चाचा मनोज कुमार कुलश्रेष्ठ ने थाना न्यू आगरा में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। पीडि़त के मुताबिक आरोपी ने सुभाष पार्क के सामने एमजी रोड पर वद्र्धमान हाउस नामक उसके पुस्तैनी मकान को दयालबाग स्थित पंजाब नेशनल बैंक में गिरवी रख 1.80 रू. का लोन ले लिया था। इसमें मकान के अन्य वारिसान राजीव कुलश्रेष्ठ व राहुल कुलश्रेष्ठ के साथ ही पीडि़त के नाम के फर्जी प्रपत्र दाखिल किए गए थे। बैंक के ब्रांच मैनेजर व अन्य कर्मियों के षडयंत्र से हासिल किए गए इस लोन को लेकर आरोपी चंपत हो गया। छानबीन किए जाने पर जानकारी हुई कि आरोपी ने एस्सार इंटरनेशनल के नाम से एक फर्जी फर्म बनायी थी। इस फर्म के नाम से कई बैंकों से लोन लिए गए। इस तरह कुल मिलाकर तीन बैंकों से 57 लोन हासिल कर 14 करोड़ रू. का चूना लगाने के बाद फरार हो गया। रजत कुलश्रेष्ठ के नोएडा में होने की जानकारी मिली थी। एएसपी गोपाल चौधरी ने बताया कि बैंक के लोन लौटने के नाम पर नटवरलाल रजत फरार हो गया जो काफी समय से पुलिस के साथ लुका छुपी का खेल खेल रहा था। नटवरलाल रजत कुलश्रेष्ठ ने अलग-अलग फर्जी कागजों पर 60 लोन ले रखे थे। फिलहाल पुलिस कार्रवाई में जुटी हुई है। पुलिस का मानना है कि अभी कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं। इसी आधार पर शनिवार रात उसे नोएडा से गिरफ्तार कर लिया गया है और जेल भेजा जा रहा है।
Naveen Savita
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