Home > राज्य > अन्य > वाइब्रेंट गुजरात: प्रधानमंत्री मोदी ने दिया मंत्र-रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म, परफॉर्म एन्ड फर्दर परफॉर्म

वाइब्रेंट गुजरात: प्रधानमंत्री मोदी ने दिया मंत्र-रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म, परफॉर्म एन्ड फर्दर परफॉर्म

​​​​​​​- भारत एकमात्र देश, जो लोकतंत्र, जनसांख्यिकी और मांग का विकल्प देता है

वाइब्रेंट गुजरात: प्रधानमंत्री मोदी ने दिया मंत्र-रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म, परफॉर्म एन्ड फर्दर परफॉर्म
X

-उद्योग जगत को आमंत्रित करते हुए कहा कि भारत के साथ व्यापार करना एक महान अवसर

- अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए बड़े संरचनात्मक सुधार किए गए

गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां महात्मा गांधी प्रदर्शनी सह सम्मेलन केन्द्र में वाइब्रेंट गुजरात के 9वें संस्करण का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उज्बेकिस्तान, रवांडा, डेनमार्क, चेक गणराज्य और माल्टा के राष्ट्र प्रमुख उपस्थित थे। इसके अलावा उद्योग जगत के प्रतिनिधियों समेत 30 हजार राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में हिस्हे हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार का मंत्र है 'रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म, परफॉर्म एन्ड फर्दर परफॉर्म'।

प्रधानमंत्री ने उद्योग जगत के प्रतिनिधियों तथा कंपनियों को भारत आने और यहां निवेश करने का आमंत्रण दिया, क्योंकि अवसंरचना और सुविधाएं बेहतर हुई हैं और व्यापार की स्थिति निवेशक अनुकूल है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान व्यापार करने में आसानी श्रेणी में भारत ने 65 स्थानों की छलांग लगाई है। भारत को आने वाले वर्षों में इस श्रेणी के 50वें स्थान तक लाने का प्रयास किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि विश्व बैंक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और मूडी जैसे अंतरराष्ट्रीय संस्थानों ने भारतीय अर्थव्यवस्था तथा अर्थव्यवस्था के लिए किए गए सुधारों में विश्वास व्यक्त किया है। जीएसटी के कार्यान्वयन से लेनदेन की लागत में कमी आई है। प्रधानमंत्री ने कहा भारत की औसत विकास दर 7.3 प्रतिशत है, जो 1991 के बाद से सर्वाधिक है। इसी के साथ औसत महंगाई दर 4.6 प्रतिशत है जो 1991 के बाद से न्यूनतम है।

प्रधानंमत्री ने कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान मेरी सरकार का लक्ष्य प्रशासन को बढ़ाना और सरकार को कम करना रहा है। हम अपनी अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए महत्वपूर्ण संरचनात्मक सुधार कर रहे हैं। हम विश्व की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था हैं। बीते 4 सालों में हमने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के तौर पर 263 बिलियन डॉलर प्राप्त किये जो बीते 18 सालों में मिले एफडीआई का 43 प्रतिशत है। हमारे साथ बिजनेस करना एक बड़ा अवसर है, क्योंकि हमारे पास वर्ल्ड क्लास इंजिनियरिंग एजुकेशन सिस्टम है, हमारे पास दुनिया की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाएं हैं। भारत में स्टार्ट अप का सबसे बड़ा परितंत्र है। नौजवानों के लिए रोजगार के अवसरों के सृजन हेतु सरकार ने विनिर्माण को बढ़ावा दिया है। डिजिटल इंडिया और स्किल इंडिया जैसे कार्यक्रमों से मेक इन इंडिया पहल को सहायता मिली है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2017 में भारत में रिकॉर्ड पर्यटक आए हैं। 2016 की तुलना में पर्यटकों की संख्या में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जबकि पूरे विश्व के संदर्भ में केवल 7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। पिछले चार वर्षों के दौरान हवाई यात्रा में दस से अधिक प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। भारत असीम संभावनाओं वाला देश है। यह एक मात्र देश है जो लोकतंत्र, जनसांख्यिकी और मांग का विकल्प देता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात अब ग्लोबल इवेन्ट बन गया है। भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है।

नये भारत का उदय हो रहा है, जोकि पहले से अधिक प्रतियोगी और आधुनिक होगा। आयुष्मान भारत योजना से 50 करोड़ गरीबों को ये विश्वास मिला है कि गंभीर बीमारी में सरकार उनके साथ है। इलाज के लिए उन्हें अपना घर-जमीन गिरवी रखने की जरूरत नहीं है। इस योजना से सिर्फ 100 दिन के भीतर 7 लाख गरीबों का मुफ्त इलाज हुआ है। सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए शिक्षण संस्थानों और सरकारी सेवाओं में 10 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। केंद्र सरकार सहित कई राज्यों ने इसे लागू करने के आदेश जारी किए हैं। देश के 40,000 कॉलेजों और 900 विश्वविद्यालयों में ये आरक्षण नए सत्र से लागू हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि गुजरात पूरे भारत में सबसे बेहतरीन बिजनेस स्पिरिट का प्रतिनिधित्व करता है। वाइब्रेंट गुजरात ने उद्यमियों के आत्मविश्वास को बढ़ाया है। वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र प्रमुखों की उपस्थिति से यह एक वैश्विक मंच बन गया है। इससे यह सिद्ध होता है कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग केवल राष्ट्रीय राजधानी तक सीमित नहीं है बल्कि इसका विस्तार राज्यों की राजधानियों तक हो गया है।

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व और नीति आधारित प्रशासन की सराहना करते हुए उद्योग जगत के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि व्यापार को आसान बनाने के लिए हरसंभव सहायता व सुविधा प्रदान की जाएगी।

इस अवसर पर उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिरजियोयेव, डेनमार्क के प्रधानमंत्री लार्स लोक रासम्युसिन, चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री आंद्रेज बबिज और माल्टा के प्रधानमंत्री डॉ. जोसेफ मस्कट भी उपस्थित थे।

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक विशेष संदेश देते हुए कहा कि गुजरात हम दो व्यक्तियों के बीच सुदृढ़ सम्बन्ध को रेखांकित करता है। हम दोनों साथ मिलकर भविष्य के लिए असीम संभावनाओं का निर्माण कर रहे हैं।

गौरतलब है तीन दिवसीय समारोह के दौरान जो प्रमुख कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे उनमें वैश्विक कोष के प्रमुखों के साथ गोलमेज सम्मेलन, अफ्रीका दिवस, एमएसएमई सम्मेलन, विज्ञान, तकनीकी इंजीनियरिंग और गणित शिक्षा व शोध में संभावनाओं पर गोलमेज बैठक आदि। इसके अतिरिक्त भविष्य के तकनीकों व अंतरिक्ष में खोज पर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। बंदरगाह आधारित विकास विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया जाएगा।

वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन के पहले संस्करण का आयोजन 2003 में किया गया था। उस समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। सम्मेलन का उद्देश्य गुजरात में निवेश को आकर्षित करना था।(हि.स.)

Updated : 14 Feb 2019 9:21 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


Next Story
Top