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प्रदूषण की स्थिति 'खतरनाक' से पार, अगले कुछ दिनों तक रहेगी यही स्थिति

प्रदूषण की स्थिति खतरनाक से पार, अगले कुछ दिनों तक रहेगी यही स्थिति
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नई दिल्ली। दिवाली के एक दिन बाद दिल्ली में सुबह की आबोहवा धुंध की मोटी परत और प्रदूषण से भरी रही। इसके चलते राजधानी में वायु गुणवत्ता का स्तर औसतन 400 से ऊपर 'हानिकारक' की स्थिति पर बना रहा। वायु गुणवत्ता इंटेक्स के मुताबिक दिल्ली में सुबह कई स्थानों पर वायु गुणवत्ता का स्तर 500 से भी ऊपर रहा।

उच्चतम न्यायालय के फैसले के बावजूद दिवाली की रात पटाखों से होने वाले प्रदूषण में कोई कमी नहीं देखने को मिली। लोगों ने उच्चतम न्यायालय के आदेश को दरकिनार करते हुए देर रात तक आतिशबाजी की। एक रिपोर्ट के मुताबिक दिवाली के दिन 50 लाख किलोग्राम के पटाखे जलाए गए जिससे 1 लाख 50 हजार किलोग्राम पर्टिकुलर मैटर 2.5 हवा में फैल गया।

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार केवल बम पटाखों की वजह से ही दिल्ली की वातावरण प्रदूषण भरा नहीं है| हवा की गति धीमी होने, तापमान में कमी और आद्रता में वृद्धि के चलते हवा में प्रदूषित कणों की संख्या बढ़ गई है। यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगी। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार रात 11:00 बजे से ही भारी एवं मध्यम दर्जे के ट्रांसपोर्ट वाहनों की आवाजाही पर अगले 3 दिनों के लिए प्रतिबंध लग चुका है।

दिल्ली के यातायात विभाग ने इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की थी। इस दौरान भारी निजी डीजल वाहनों के मालिकों को दिल्ली में प्रवेश करने से मना किया गया था। इस संबंध में पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एजेंसी की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर नगर निकायों को उपाय करने के लिए कहा गया था। हालांकि रोक से खाद्य वस्तुओं और इंधन उत्पादों को छूट दी गई है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की रात से ही दिल्ली की सीमा पर ऐसे वाहनों के प्रवेश पर रोक संबंधी निर्देशों के पालन के लिए कार्रवाई जारी है।

इसी बीच राजधानी सहित देश के अन्य शहरों को भी प्रदूषण की बढ़ती मार से बचाने के लिए सरकार ने चार वैश्विक एजेंसियों वर्ल्ड बैंक, जर्मन डेवलपमेंट एजेंसी, एशियन डेवलपमेंट बैंक, ब्लूमबर्ग फिलैंथरोपी के साथ समझौता किया है। इन सब एजेंसियों से मिलने वाली तकनीकी और वित्तीय सहायता के जरिए प्रदूषण से निपटने से जुड़ी क्षमता विकसित की जाएगी।

Updated : 10 Nov 2018 3:15 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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