Home > धर्म > जीवन-मंत्र > 25 से शुरू होंगे नौतपा, अच्छी बारिश की संभावना

25 से शुरू होंगे नौतपा, अच्छी बारिश की संभावना

25 से शुरू होंगे नौतपा, अच्छी बारिश की संभावना
X

ग्वालियर। पूरा प्रदेश भीषण गर्मी की चपेट में है। आगामी 25 मई से 3 जून तक नौतपा का समय रहेगा। ज्योतिषाचार्य पंडित सतीश सोनी के अनुसार 25 मई को सूर्यदेव सुबह 10.33 मिनट पर चंद्र के नक्षत्र रोहिणी में प्रवेश के साथ ही नौतपा शुरू हो जायेंगे। नौतपा के दौरान अच्छी बारिश होने की संभावना है। जिससे सभी को काफी राहत मिल सकेगी। ज्योतिषाचार्य पंडित सतीश सोनी ने बताया कि इस बार रोहिणी का वास समुद्र तट पर है। इसलिए वर्षा ऋतु में इसका प्रभाव उत्तर दृष्टि के रूप में नजर आएगा। समय से पूर्व अच्छी वर्षा के योग बन रहे है। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि सूर्य रोहिणी में प्रवेश के पहले नौ दिन विशेष माने जाते है। वहीं इस दौरान नौतपा में ग्रहों का सूर्य, मंगल, बुध व शनि के समसप्तक योग होने से भी धरती के तापमान में इजाफा होगा। मान्यता है कि इन नौ दिनों में धरती जितनी ज्यादा तपेगी आने वाले समय में बारिश के योग उतने अच्छे होंगे।

ग्रहों के समसप्तक योग का क्या होगा प्रभाव

नौतपा में ग्रहों का समसप्तक योग गर्मी बढ़ाने में कोई कसर छोड़ेगी। ज्योतिषाचार्य पंडित सतीश सोनी के अनुसार हालाँकि इस समय बदल बनेगे और धूल भरी आँधियों के साथ साथ कहीं खण्ड वर्षा, समुद्र में तूफान और भूकंप जैसी आपदा आ सकती है।

22 जून से होगी जोरदार बारिश

ज्योतिषाचार्य पंडित सतीश सोनी के अनुसार इस वर्ष 22 जून को रात एक बजकर चार मिनट से सूर्य आद्रा नक्षत्र में प्रवेश करते ही वर्षा का प्रारंभ हो जायेगा। और इस बारऔसतन से ज्यादा बारिश का योग है। पूरे मानसून में इस बार 55 दिन बारिश होने की संभावना है।

क्यों होती है नौतपा में तेज गर्मी

ज्योतिषाचार्य पंडित सतीश सोनी के अनुसार रोहिणी नक्षत्र का अधिपति गृह चन्द्रमा और देवता ब्रम्हा है।सूर्य ताप तेज का प्रतीक है। जबकि चंद्र शीतलता का। चंद्र से धरती को शीतलता प्राप्त होती है। सूर्य जब चंद्र के नक्षत्र रोहिणी में प्रवेश करता है। तो इससे वह उस नक्षत्र को अपने पूर्ण प्रभाव में ले लेता है। जिस तरह कुंडली में सूर्य जिस गृह के साथ बैठ जाये तो वह गृह अलग हो जाता है। उसी तरह चन्द्रमा के नक्षत्र में सूर्य के आ जाने से चंद्र के प्रभाव क्षीण हो जाते है। यानी की पृथ्वी को शीतलता प्राप्त नहीं हो पाती है। इस कारन ताप अधिक हो जाता हैं। वही ज्येष्ठ माह में सूर्य के वृषभ राशि के 10 अंश से लेकर 23 अंश 40 कला को नौतपा कहा जाता है। वैज्ञानिक अनुसार नौतपा के दौरान सूर्य की किरणे सीधी पृथ्वी पर पड़ती है। इस कारण भी तापमान बढ़ जाता है।

Updated : 11 May 2019 11:57 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


Next Story
Top