सरकार के लिए जनतंत्र का मतलब काम पर चर्चा करना : केजरीवाल
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नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी(आप) के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जनतंत्र का मतलब सरकार के किए काम पर चर्चा करना है। हिन्दू-मुस्लिम को भड़का कर उस पर चर्चा करने का मतलब जनतंत्र नहीं होता। यह बात उन्होंने रविवार को कांस्टीट्यूशन क्लब में 'वादा-फरामोशी' पुस्तक के विमोचन के मौके पर कही।
केजरीवाल ने कहा कि आज टीवी खोलकर देखो तो हर तरफ केवल हिन्दू-मुस्लिम और गायों की बात हो रही है। असली मुद्दों पर बात ही नहीं हो रही। आज अगर सरकार से कोई इस पर प्रश्न पूछे तो उसे देशद्रोही करार कर दिया जाता है। मैं भी हिन्दू हूं। मैंने रामायण, भगवत गीता और हनुमान चालीसा तीनों पढ़ा है। कहां ऐसा लिखा है कि लोगों को उनके घर के अंदर घुस कर मारो? हिन्दू धर्म तो ये नहीं सिखाता।
उल्लेखनीय है कि संजॉय बसु, नीरज कुमार और शशि शेखर तीन लोगों द्वारा मिलकर लिखी ये किताब 'वादा-फ़रामोशी' आरटीआई के तहत सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए तथ्यों के आधार पर पिछले पांच वर्ष में मोदी सरकार के कामकाज पर आधारित है।
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स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in