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राहुल-सिंधिया की तोड़ के लिए शिवराज की यात्रा

राहुल-सिंधिया की तोड़ के लिए शिवराज की यात्रा
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ग्वालियर। ग्वालियर चंबल संभाग की 34 विधानसभा सीट कल पूरे प्रदेश को क्या संदेश देती हैं, इस पर प्रदेश के साथ साथ केंद्रीय नेतृत्व की भी नजर हैं।यहीं नही कल राजनीतिक पंडित भी जन मानस की नब्ज को टटोलने का प्रयास करेंगे।ऐसा यात्रा की पोलिटिकल टाइमिंग के कारण है।यह यात्रा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के असरदार रोड शो के ठीक तुरंत बाद हैं।भाजपा की कोशिश होगी कि कल ग्वालियर महानगर में यात्रा को ऐसा जन समर्थन मिले की श्री गांधी का शो फीका दिखाई दे।आज रात शहर जैसा सज रहा है उसको लेकर यह उम्मीद दिख भी रही है।केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर स्वयं एक एक एक व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं, यहीं नहीं बल्कि केंद्रीय नेतृत्व की ओर से तैनात पर्यवेक्षक भी ग्वालियर कल पहूच रहे हैं।इधर अंचल की जनता भी कल प्रदेश के मुख्यमंत्री का स्वागत किस प्रकार करती है, इस पर सब की निगाहें हैं।पर यह एक सच्चाई है कि आशीर्वाद यात्रा को प्रदेश में अब तक जन समर्थन जबतदस्त मिला है, ग्वालियर इस कड़ी में कल एक इतिहास रचे,भाजपा का यह प्रयास है।

28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस चुनावी समर में एक दूसरे के सामने हैं।दोनों ही दल के नेता और कार्यकर्ता एक दूसरे के खिलाफ जुबानी बाण छोड़ रहे हैं। इसी के साथ दोनों ओर से चुनावी दौरों और यात्राओं का सिलसिला जारी है।चुनाव परिणाम 11 दिसंबर को आने हैं। इसके लिए दोनों ही दल पूरी ताकत के साथ जंग जीतने की फिराक में है।वही टिकट वितरण के बाद यह चुनावी युद्ध और भी तेज होने वाला है।इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जन आशीर्वाद यात्रा 24 अक्टूबर को ग्वालियर में आ रही

है,जो 15 एवं 16 अक्टूबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और सांसद एवं प्रदेश चुनाव अभियान समिति के संयोजक ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा इस क्षेत्र में किए गए दौरे की तोड़ साबित हो सकता है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पिछले 15 वर्ष से प्रदेश में सत्ता का वनवास भोग रही है और सत्ता हासिल करने के लिए वे हर तरीके को आजमा रहे हैं।इसके लिए उन्होंने अपने शक्तिशाली माने जाने वाले अध्यक्ष राहुल गांधी के दौरे प्रदेश में कराए हैं।इन दौरों में 15 एवं 16 अक्टूबर को ग्वालियर चंबल-अंचल के तमाम विधानसभा क्षेत्रों में आमसभा एवं रोड शो किए गए। जिसमें श्री सिंधिया ने अपनी जबरदस्त शक्ति का प्रदर्शन कराया।इसके पीछे उनका सीधा धेय मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में प्रस्तुत होना है और यह तभी संभव है जब राहुल गांधी की ओर से हरी झंडी मिले। राहुल अब अगले चरण में 29 अक्टूबर को उज्जैन-इंदौर पहुंचने वाले हैं, जिसमें उनके साथ सिंधिया के अलावा कमलनाथ भी होंगे। वहीं भाजपा भी 15 साल सत्ता में रहने के बाद केंद्र में भी साढे चार वर्ष से सरकार में है। ऐसे में केंद्र और प्रदेश की सरकारों के लिए हर हाल में मध्यप्रदेश में सरकार बनाए रखना जरूरी है। इसीलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता से आशीर्वाद लेने के लिए 14 जुलाई से जन आशीर्वाद यात्रा शुरू की। उज्जैन के महाकाल मंदिर में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पूजा-अर्चना के बाद इस यात्रा को हरी झंडी दिखाई थी। इसके बाद यह यात्रा लगातार प्रदेश के कोने-कोने और प्रत्येक विधानसभा में जा रही है। पूर्व में यह यात्रा 29 एवं 30 जुलाई को ग्वालियर-चंबल अंचल में आई थी। इसकी शुरुआत दतिया जिले के भांडेर से होने के बाद भिंड- मुरैना और उसके बाद गुना एवं शिवपुरी में रही थी। जिसका आमजन ने जोरदार स्वागत किया था।इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी 9 अक्टूबर को ग्वालियर,गुना एवं शिवपुरी में आए थे।उन्होंने यहां कार्यकर्ताओं के बीच चुनावी जीत का मंत्र दिया था। इस तरह भाजपा और कांग्रेस में प्रदेश में सत्ता हासिल करने के लिए जबरदस्त जोर आजमाइश चल रही है।एक ओर जहां भाजपा की ओर से लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान का चेहरा सामने है।वहीं कांग्रेस अभी तक अपने मुख्यमंत्री प्रत्याशी को सामने नहीं ला पाई है।इसके पीछे कांग्रेस के बड़े नेताओं के बीच जबरदस्त गुटबाजी है।इस कारण न तो सिंधिया और न ही कमलनाथ मुख्यमंत्री के रूप में पेश हो पाए हैं।वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की अपनी अलग राजनीति है, जो किसी की समझ नहीं आ रही।

मिशन 2018 मैं विजयश्री प्राप्त करने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का 24 अक्टूबर को जन आशीर्वाद यात्रा के जरिए मुरार क्षेत्र के ग्वालियर ग्रामीण से दौरा शुरू होने जा रहा है।जिसके लिए भाजपाजन जोरदार तैयारियों में जुटे है।यहां से वे ग्वालियर पूर्व, ग्वालियर एवं ग्वालियर दक्षिण विधानसभाओं में रोड शो करेंगे।चूंकि मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा चुनाव आचार संहिता के लागू रहते आ रही है, तो कार्यकर्ता एवं नेता इसे बड़े ही गंभीर दृष्टि से ले रहे हैं।इसके लिए जनसमर्थन जुटाने बड़े नेताओं के अलावा कार्यकर्ता जनता के बीच पीले चावल बांट रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी इस यात्रा के स्वागत के लिए कई बार बैठकें कर चुके हैं।यात्रा में श्री चौहान के साथ नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा सहित कई बड़े नेता मौजूद रहेंगे।

Updated : 24 Oct 2018 10:58 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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