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पशुओं को अपनाकर किसान बढ़ा सकते हैं अपनी आय : पशुपालन मंत्री

19 लीटर से अधिक दूध देने वाली गिरि नस्ल की गाय और 17 लीटर से अधिक दूध देने वाली ग्रेडेड मुर्रा नस्ल की भैंस को मिले प्रथम पुरस्कार

पशुओं को अपनाकर किसान बढ़ा सकते हैं अपनी आय : पशुपालन मंत्री
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ग्वालियर। ग्वालियर व्यापर मेला स्थित पशु चिकित्सालय परिसर में बुधवार को प्रदेश के पशुपालन मंत्री लाखन सिंह ने जिला स्तरीय गोपाल पुरस्कार वितरित किये। यहाँ मंत्री लाखन सिंह ने जिले भर में सबसे अधिक दूध दे रही और भैंस पालकों को प्रथम पुरस्कार के रूप में 50 हजार, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 25 हजार और तृतीय पुरस्कार के रूप में 15 हजार रुपये के नगद पुरस्कार दिए।

कार्यक्रम की शुरुआत मंत्री लाखन सिंह ने गाय और भैंस पूजन के साथ की। उपस्थित पशुपालकों को सम्बोधित करते हुए पशुपालन मंत्री ने कहा कि उन्नत पशुपालन किसानों की आय का प्रमुख साधन बन सकता है। बहुत से प्रगतिशील किसानों ने इसे साबित भी किया है। इसलिए किसान भाई अपने पशुओं को सड़कों पर निराश्रित भटकने के लिए नहीं छोड़ें बल्कि उन्हें अपनाएं और अपनी आय को बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि यदि बेहतर ढंग से पालन किया जाये तो गाय भैंस से अधिक दूध दे सकती है और ग्वालियर जिले के कई पशुपालकों ने इसे साबित भी किया है। कार्यक्रम में संचालक पशुपालन डॉ. आरके रोकड़े, प्रबंध संचालक कुक्कुट विकास निगम एचबीएस भदौरिया, जिला पंचायत के सीईओ शिवम वर्मा, संयुक्त संचालक पशुपालन डॉ. अशोक तोमर और उप संचालक डॉ. ओपीएस त्रिपाठी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

कार्यक्रम में गौवंश के लिए गिरि नस्ल की गाय के मालिक घासमंडी ग्वालियर निवासी नवल सिंह यादव को प्रथम पुरस्कार दिया गया इनकी गाय प्रतिदिन 19.075 लीटर दूध देती है , दूसरा पुरस्कार ग्राम सिगौरा निवासी संजीव अहमद खान को मिला इनकी गिरि नस्ल की गाय 17.406 लीटर प्रतिदिन दूध देती है। तीसरा पुरस्कार कृष्णानगर मुरार निवासी निरपद सिंह को मिला, इनकी गाय प्रतिदिन 16.829 लीटर दूध देती है। वही भैंसवंश के लिए पुरानी छावनी निवासी उदय सिंह यादव को उनकी ग्रेडेड मुर्रा भैंस के लिए प्रथम पुरस्कार दिया गया इनकी भैंस प्रतिदिन 17.135 लीटर दूध देती है। घांसमंडी मुरार निवासी मुकेश यादव की ग्रेडेड मुर्रा भैंस को दूसरा पुरस्कार दिया गया। उनकी भैंस 15.206 लीटर प्रतिदिन दूध देती है। वहीँ तीसरा पुरस्कार पुरानी छावनी निवासी गोरेलाल सोलंकी को दिया गया इनकी ग्रेडेड मुर्रा नस्ल की भैंस प्रतिदिन 14.948 लीटर दूध देती है। इसके अलावा गौवंश और भैंसवंश दोनों में सात - सात सांत्वना पुरस्कार भी दिए गए।

Updated : 16 Jan 2019 1:53 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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