Home > राज्य > मध्यप्रदेश > ग्वालियर > निराश्रित पशुधन को सड़क पर आवारा नहीं घूमने देंगे : मंत्री लाखन सिंह

निराश्रित पशुधन को सड़क पर आवारा नहीं घूमने देंगे : मंत्री लाखन सिंह

पशुपालन मंत्री लाखन सिंह ने ग्वालियर संभाग के कलेक्टर और विभागीय अधिकारियों की बैठक ली, निराश्रित घूमने वाले पशुधन के प्रबंधन का काम एक सप्ताह में शुरू करने के निर्देश दिए

निराश्रित पशुधन को सड़क पर आवारा नहीं घूमने देंगे : मंत्री लाखन सिंह
X

ग्वालियर। प्रदेश के पशुपालन मंत्री लाखन सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे सरकार की मंशा को समझते हुए निराश्रित पशुधन को पकड़ने और उन्हें उचित स्थान पर रखने की कार्ययोजना में एक सप्ताह में अमल शुरू कर दें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार निराश्रित गौवंश, अन्य पशुधन को दर दर की ठोकरें खाने के लिए आवारा नहीं घूमने देगी। वे मोतीमहल के मान सभागार में ग्वालियर संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर और विभागीय अधिकारियों की बैठक ले रहे थे।

पशुपालन मंत्री लाखन सिंह ने बुधवार को निराश्रित पशुओं के विस्थापन को लेकर ग्वालियर संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर और अपने विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव भी उपस्थित थे। मंत्री लाखन सिंह ने निराश्रित घूमने वाले पशुओं का प्रबंधन पूरी संजीदगी और गंभीरता के साथ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़कों पर आये दिन आवारा घूमने वाले निराश्रित पशुओं के कारण दुर्घटनाएं होती हैं जिसमें मनुष्य और पशुधन दोनों घायल होते हैं। इसीलिए सरकार ने वचनपत्र के अनुसार गौवंश के प्रबंधन के लिए गौशालाएं खोलने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में पकड़े गए जानवरों को रखने के लिये पुरानी गौशालाओं, बंद पड़े सरकारी कृषि फार्म व अधोसंरचना का उपयोग करें। साथ ही 10 से 15 ग्राम पंचायतों के बीच उचित जमीन चिन्हित कर वहाँ गौशालाएं स्थापित की जाएं। हर विकासखंड में 4 -4 स्थान निर्धारित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि यथा संभव राष्ट्रीय राजमार्ग और प्रमुख मार्गों के किनारे गौशालायें स्थापित करने का प्रयास करें। उल्लेखनीय है कि ग्वालियर जिले के ग्रामीण अंचल में 12 हजार 650 निराश्रित पशु अब तक चिन्हित किये गए हैं।

अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव ने अधिकारियों से कहा कि गौशालाओं के माध्यम से अनुपयोगी गौवंश को उपयोगी साबित करें , जिससे प्रेरित होकर लोग अपनी गायों को सड़क पर ना छोड़ें। उन्होंने गौशालाओं में गौमूत्र, गोबर और दूध से बनाये जा रहे उत्पादों की ब्रांडिंग करने पर जोर दिया। बैठक में मत्स्य महासंघ के अध्यक्ष धाकड़, संभाग आयुक्त बीएम शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक अंशुमान यादव, पशुपालन विभाग के संचालक डॉ. आरके रोकड़े, कुक्कुट विकास निगम के प्रबंध संचालक एचबीएस भदौरिया, ग्वालियर कलेक्टर, भरत यादव, पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन , ग्वालियर नगर निगम आयुक्त विनोद शर्मा सहित संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, एसपी, जिला पंचायतों के सीईओ और पशुपालन विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

Updated : 16 Jan 2019 2:08 PM GMT
Tags:    
author-thhumb

Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


Next Story
Top