छात्राओं को दे रहे घटिया खाना, शिकायत की तो संचालक ने लगाए झूठे आरोप
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विवि प्रशासन ने मांगा था स्पष्टीकरण, गुणवत्ता सुधारने की बजाय छात्राओं को बता रहे गलत
ग्वालियर/न.सं.। जीवाजी विश्वविद्यालय के मृगनयनी कन्या छात्रावास की छात्राओं को घटिया खाना परोसने एवं केटर्स के कर्मचारियों द्वारा अभद्रता करने के मामले को लेकर मैस संचालक ने स्पष्टीकरण सौंपा है, जिसमें अपनी गलतियों को सुधारने की बजाय छात्राओं पर ही आरोप जड़ दिया है, जबकि वार्डन से लेकर छात्र-छात्राएं कई बार घटिया खाने की शिकायत कर चुके हैं और अधिकारियों के निरीक्षण में भी गड़बड़ी मिली थी।
विवि के मृगनयनी छात्रावास की छात्राओं ने शिकायत की थी कि मैस संचालक द्वारा घटिया खाना दिया जा रहा है। कई बार शिकायत करने के बाद भी खाने की गुणवत्ता में सुधार नहीं किया गया। बुंदेला केटर्स के कर्मचारी आए दिन अभद्रता करते हैं। कुलसचिव डॉ. आई.के. मंसूरी के पास जब यह शिकायत पहुंची तो उन्होंने छात्रावास का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायदा लिया। निरीक्षण के दौरान भी उन्हें कुछ कमियां मिलीं, इसलिए कुलसचिव ने मैस संचालक से स्पष्टीकरण मांगा। मैस संचालक ने अपनी गलतियां स्वीकार करने की बजाय उल्टा छात्राओं पर ही आरोप जड़ दिया। कुलसचिव को भेजे स्पष्टीकरण में संचालक ने कहा है कि छात्राओं को समय-समय पर और अच्छा खाना दिया जाता है, लेकिन वह समय निकलने के बाद और अलग से खाने की मांग करती हैं। कर्मचारियों द्वारा किसी तरह की अभद्रता छात्राओं के साथ नहीं की गई। छात्राएं जो आरोप लगा रही हैं, वह निराधार हैं।
मैस के खाने से संतुष्ट नहीं छात्र-छात्राएं
जीवाजी विवि में पिछले कई सालों से को-ऑपरेटिव मैस संचालित होता था और छात्रों को जो खाना दिया जाना चाहिए, उसी आधार पर खाना बनता था। इससे छात्र-छात्राएं खुश भी थे, लेकिन पिछले आठ महीने से मैस का ठेका शिवपाल सिंह बुंदेला केटर्स को दे दिया गया। जब से ठेकेदार ने काम शुरू किया है तभी से छात्र-छात्राएं मैस का खाना खाने से इनकार कर रहे हैं। उनका आरोप है कि ठेकेदार द्वारा अच्छा खाना नहीं दिया जाता है। वार्डन भी इसे लेकर शिकायत कर चुके हैं। ठेकेदार पर कार्रवाई करने की बजाय विवि की कुलपति ने वार्डन को ही हटा दिया। इससे यह लग रहा है कि कहीं न कहीं इसमें विवि के अधिकारियों की भी संलिप्तता है।
इनका कहना है
छात्राओं और वार्डन ने खाने की गुणवत्ता को लेकर शिकायत की थी। इस संबंध में मैस संचालक से स्पष्टीकरण मांगा गया था। स्पष्टीकरण आ गया है और उसे दिखवाया जाएगा। हमारा प्रयास होगा कि खाने की गुणवत्ता के साथ किसी तरह का खिलवाड़ न हो।
-डॉ. आई.के. मंसूरी
कुलसचिव, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर
Naveen Savita
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