बैंच पर भर्ती किए जा रहे मरीज, नहीं हो पा रही पलंगों की व्यवस्था
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मामला मुरार जिला अस्पताल का, गद्दे भी नहीं मिल पा रहे मरीजों को
ग्वालियर, न.सं.
मौसम में परिवर्तन के चलते जहां अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है वहीं जिला अस्पताल मुरार में भर्ती मरीजों को पलंग तो दूर जमीन पर विछाने के लिए गद्दे तक नसीब नहीं हो रहे हैं। इस कारण मरीजों को मजबूरन घर से या तो चटाई लेकर आना पड़ रही है या फिर बैंच पर लेटना पड़ रहा है। इसका उदाहरण बुधवार को तब देखने को मिला, जब बुखार से पीडि़त एक महिला को बैंच पर ही लिटा दिया गया।
अचानक मौसम में आए बदलाव से अस्पतालों में सर्दी, खांसी, जुकाम, दस्त, पेट दर्द, बुखार व बदन दर्द के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इस कारण ओपीडी में सबसे ज्यादा मरीज मेडिसिन विभाग में पहुंच रहे हैं। इनमें से कई मरीजों को भर्ती भी किया जा रहा है, लेकिन अस्पताल के मेडिसिन विभाग में पलंगों की संख्या सिर्फ 24 ही है, जबकि विभाग में बुधवार को सुबह तक करीब 50 से अधिक मरीज भर्ती थे। इसके चलते मरीजों को बैठने वाली बैंच पर ही लेटने के लिए कहा जा रहा है, जबकि तत्कालीन जिलाधीश भरत यादव ने सिविल सर्जन को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि अगर पलंग कम हैं तो गैलरी में अतिरिक्त पलंग लगाए जाएं। इसके बाद भी मरीजों को पलंग तो दूर गैलरी में बिछाने के लिए गद्दा तक नसीब नहीं हो रहा है। इसी के चलते मरीजों को बैंच पर ही लिटाकर ड्रिप चढ़ाई जा रही है। यह स्थिति तब है, जब विभाग द्वारा सिविल सर्जन से कई बार अतिरिक्त गद्दों व पलंगों की मांग की जा चुकी है। इसके बाद भी अभी तक यह व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे मरीजों को परेशानी हो रही है।
कैजुअल्टी में कराई जा सकती है व्यवस्था
जिला अस्पताल की कैजुअल्टी में करीब दस से अधिक पलंग हैं, लेकिन कैजुअल्टी में किसी भी मरीज को भर्ती नहीं किया जाता है। अगर कैजुअल्टी के पलंगों पर मेडिसिन के मरीजों को भर्ती किया जाए तो काफी हद तक मरीजों की परेशानी दूर हो सकती है।
Naveen Savita
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