कुलियों के लिए खुले रेलवे अस्पताल के दरवाजे
X
नि:शुल्क होगा इलाज, रेलवे बोर्ड ने जोनों को दिए निर्देश
ग्वालियर, न.सं.
रेलवे स्टेशन पर कार्यरत लाइसेंस धारी कुली और सहायकों व उनके आश्रित परिजनों को अब रेलवे अस्पतालों में नि:शुल्क उपचार दिया जाएगा। इस संबंध में रेलवे बोर्ड ने आदेश जारी करते हुए सभी जोनों को इसे लागू करने को कहा है। इस निर्णय से देश भर के लगभग 20 हजार कुली और उनके परिजनों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होगी।
सूत्रों की मानें तो लाइसेंस धारी कुली और सहायकों को रेल कर्मचारियों जैसी स्वास्थ्य सुविधाएं देने का निर्णय रेलवे ने ले लिया है। इसके तहत अब कुली और सहायकों का उनके पत्नी-बच्चों सहित रेलवे अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज होगा। इतना ही नहीं इन्हें नि:शुल्क ट्रेन पास, वर्दी और रेस्ट रूम के मामले में भी पहले से बेहतर सुविधाएं देने का निर्णय भी लिया गया है।
यह रहेगी उपचार सुविधा
अब रेलवे स्टेशन पर सामान ढुलाई सहित यात्रियों को विविध सेवाएं देने वाले कुली व सहायक रेल कर्मियों की भांति अपना इलाज रेलवे अस्पतालों में करा सकेंग। जिन कुली और सहायकों ने अपना नाम प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना में दर्ज कराया है, उन्हें भी यह सुविधा पाने का हक होगा। उनके इलाज पर आने वाला खर्च रेलवे आयुष्मान विभाग से वसूल करेगा।
हर साल तीन लाल शर्ट और एक ऊनी शर्ट मिलेगी
कुलियों को अभी हर साल दो सूती लाल शर्ट मिलती हैं। इसके अलावा हर दूसरे साल एक लाल शर्ट के बदले में एक ऊनी शर्ट मिलती है। हालांकि नए नियमों के तहत अब उन्हें हर साल तीन लाल शर्ट और एक ऊनी शर्ट मिलेगी। रेल पास अभी सहायकों को एक सेट कंप्लीमेट्री चेक पास तथा एक प्रिविलेज टिकट आर्डर (पीटीओ) खुद और पत्नी के लिए मिलता है। नए नियमों के तहत अब हर साल स्वयं और पत्नी के लिए दो पीटीओ मिलेंगे।
Naveen Savita
Swadesh Contributors help bring you the latest news and articles around you.