गैर चिकित्सा छात्रों को दिया हृदयाघात से बचने का प्रशिक्षण
X
ग्वालियर, न.सं.
आरएपीबीएलएस सेन्टर के तत्वावधान में गत दिवस लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान के गैर चिकित्सा छात्रों के लिए बीएलएससीपीआर प्रमाण कोर्स का आयोजन किया गया, जिसमें विशेषज्ञों द्वारा महत्वपूर्ण जानकारी देने के साथ ही प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए।
यह कोर्स छात्रों को रोजगार पाने में सहायक होगा तथा वे समाज में भी सेवा प्रदान करते हुए असमय काल का ग्रास बनने वाले हृदयरोगियों का जीवन बचा सकेंगे। इस कार्यक्रम में उपस्थित विशेषज्ञों ने बताया कि अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की रिपोर्ट के अनुसार 85 प्रतिशत हृदयाघात के मामले अस्पताल के बाहर होते हैं, जिनमें से 95 प्रतिशत की असमय मौत हो जाती है। दरअसल उन्हें चार से छह मिनट के भीतर बीएलएससीपीआर मिलना जरूरी होता है और यह आवश्यक नहीं है कि जहां वे हों, वहां उन्हें तुरंत चिकित्सा सुविधा मिल सके। अत: प्रत्येक व्यक्ति को यह प्रक्रिया सीखना चाहिए। इसी उद्देश्य से आरएपीबीएलएस सेन्टर अब तक लगभग 5400 लोगों को प्रशिक्षित कर चुका है तथा 1600 लोगों को प्रमाण पत्र प्रदान कर चुका है। यह कोर्स सात घण्टे का है, जो नर्सिंग तथा दन्त चिकित्सा छात्रों को अच्छा रोजगार प्राप्त करने के लिए आवश्यक है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में एलएनआईपीई के कुलपति प्रो. डुरेहा उपस्थित रहे, जिन्होंने इस कोर्स को संस्थान के छात्रों के लिए अनिवार्य किए जाने पर चर्चा की। इस कार्यक्रम का संयोजन डॉ. रश्मि गुप्ता ने किया, जिसमें डॉ. वी. जैन, डॉ. जे.सी. गर्ग, डॉ. प्रकाशवीर आर्य, डॉ. प्रदीप जैन एवं डॉ. लक्ष्मी ठाकुर का विशेष योगदान रहा। इस दौरान एलएनआईपीई के प्रो. साहू तथा प्रो. पाण्डे भी उपस्थित रहे।
Naveen Savita
Swadesh Contributors help bring you the latest news and articles around you.