राहुल गांधी के खिलाफ पैरवी करने वाले को बनाया विधि प्रकोष्ठ का अध्यक्ष
X
कांग्रेस से जुड़े अधिवक्ताओं ने जताई नाराजगी
ग्वालियर, न.सं.
शासकीय अधिवक्ताओं की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस में जहां कोहराम मचा हुआ है वहीं पार्टी में एक और नया कारनामा सामने आया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ दायर याचिका में पैरवी करने वाले अधिवक्ता को कांगे्रस विधि प्रकोष्ठ का जिला अध्यक्ष बना दिया गया है। बिना सोचे-समझे की गई इस नियुक्ति को लेकर कांग्रेस से जुड़े अधिवक्ताओं ने नाराजगी जताई है।
उल्लेखनीय है कि अधिवक्ता अनिल मिश्रा को कांग्रेस लीगल सेल का जिलाध्यक्ष बनाने को लेकर पार्टी के भीतर एक और नया बवाल खड़ा हो गया है। दरअसल यह अनिल मिश्रा वे ही हैं, जिन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ न्यायालय में दायर की गई याचिका में उनके विरुद्ध पैरवी की थी। उनको एकाएक कांग्रेस लीगल सेल का जिलाध्यक्ष बनाए जाने से कांगेस विचारधारा के अधिवक्ताओं मेें खासा आक्रोश व्याप्त है।
यह था मामला
वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ग्वालियर प्रवास पर आए थे। इस दौरान वे कांग्रेस प्रत्याशी अशोक सिंह के पक्ष में प्रचार करने के लिए रोड शो में शामिल हुए थे, जिसमें राहुल गांधी व अशोक सिंह चार पहिया वाहन के ऊपर बैठकर निकले थे। इस मामले को लेकर अधिवक्ता अवधेश तोमर ने न्यायालय में याचिका दायर की थी।
जिसमें उनके खिलाफ अनिल मिश्रा ने ही पैरवी की थी। हालांकि बाद में यह याचिका खारिज हो गई।
किस आधार पर की नियुक्ति
अनिल मिश्रा को कांगे्रस लीगल सेल का जिलाध्यक्ष बनाए जाने की कांग्रेस विचारधारा के अधिवक्ताओं का तीखी भत्र्सना करते हुए कहना है कि पार्टी में बड़ी संख्या में निष्ठावान अधिवक्ता हैं तो फिर हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ पैरवी करने वाले अधिवक्ता को आखिर किस आधार पर लीगल सेल का अध्यक्ष बना दिया गया है?
इनका कहना है
यह याचिका नहीं है, रिव्यू है, जो अवधेश तोमर द्वारा दायर की गई थी। इसे नीचे की अदालत ने ही खारिज कर दिया था।
अनिल मिश्रा
जिलाध्यक्ष, कांगे्रस लीगल सेल, ग्वालियर
Naveen Savita
Swadesh Contributors help bring you the latest news and articles around you.