Home > राज्य > मध्यप्रदेश > ग्वालियर > ग्वालियर : ठुमरी सुन मंत्रमुग्ध हुए श्रोता, बजाई तालियां

ग्वालियर : ठुमरी सुन मंत्रमुग्ध हुए श्रोता, बजाई तालियां

संगीत विश्विद्यालय में ग्वालियर घराने की बंदिशो का प्रस्तुतिकरण विषय पर कार्यशाला का हुआ आयोजन

ग्वालियर :  ठुमरी सुन मंत्रमुग्ध हुए श्रोता, बजाई तालियां
X

ग्वालियर। राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्विद्यालय में शनिवार को संगीत कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में इलाहाबद विश्विद्यालय के प्रोफेसर डॉ जयंत खोत ने भाग लिया। प्रख्यात संगीतज्ञ पूँछवाले के शिष्य डॉ खोत ने कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक सुंदर प्रस्तुतियां दी। कार्यशाला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि गंगादास की बड़ी शाला के महंत रामसेवक दास महाराज, संयोजक डॉ रंजना टोणपे ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में छात्रों को संगीत एवं कार्यशाला का महत्व बताया। डॉ जयंत ने छात्र-छात्राओं से बात करते हुए उन्होंने कहा की संगीत एक साधना है इसमें निखार लाने के लिए प्रतिदिन रियाज एवं अभ्यास करना बेहद जरुरी हैं। संगीत के सभी छात्रों को प्रतिदिन नियम से रियाज करना चाहिए।





इसके बाद डॉ जयंत ने अपनी प्रस्तुति दी जिसकी शुरुआत उन्होंने राग अल्हैया बिलावल एवं ताल एकताल में बड़ा ख्याल "माई एक तो कथा" से किया। इसके बाद तीनताल में छोटाख्याल "मनहरवा" प्रस्तुत किया। विद्यार्थियों की फरमाइश पर उन्होंने "दीम तदिम दीम तन तेरे ना" सह तराना प्रस्तुत किया। राग हमीर में ग्वालियर घराने का प्रसिद्ध टप रुमाल में "जाग रहें सारी रतिया" एवं अष्टपदी "मुग्धे मधु मंथन" गाया। इसके बाद ठुमरी श्याम सुन्दर वनमाली गाकर सभाकक्ष में उपस्थित सभी श्रोताओ को मंत्रमुग्ध कर दिया। अंत में राग भैरवी तराना सुनाकर समापन किया। तबले पर पांडुरंग तेलंग, हारमोनियम पर मनोज बमरेलेन व सारंगी पर अब्दुल हामिद ने संगत की।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रामसेवक दास, संयोजिका डॉ रंजना टोणपे, सुनील पावगी,डॉ अंजना झा सहित छात्र- छात्रा उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन विकास विपट एवं आभार डॉ पावगी ने किया।

Updated : 15 Feb 2020 12:15 PM GMT
Tags:    
author-thhumb

स्वदेश डेस्क

वेब डेस्क


Next Story
Top