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जिस मनुष्य के पास प्रेम, सत्य और करुणा है उसे कोई कष्ट नहीं होता : भागवताचार्य पं. आशीष दुबे

रोकड़िया सरकार धाम हनुमान मंदिर पर चल रही है संगीतमयी श्रीमदभागवत कथा में छठवे दिन प्रेम एयर भक्ति की महिमा का बखान हुआ

जिस मनुष्य के पास प्रेम, सत्य और करुणा है उसे कोई कष्ट नहीं होता : भागवताचार्य पं. आशीष दुबे
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ग्वालियर। छत्री बाजार स्थित श्रीरोकड़िया सरकार धाम हनुमान मंदिर पर चल रही सात दिवसीय संगीतमयी श्रीमदभागवत कथा के छठवे दिन रविवार को पंडित आशीष दुबे ने प्रेम और प्यार में अंतर बताया उन्होंने कहा कि प्रेम में पूरा प है और प्यार में कटा हुआ प यानि जो शब्द स्वयं पूरा नहीं है उसे अपनाने का क्या फायदा इसलिए प्रभु से प्रेम करो प्यार नहीं। उन्होंने कहा कि आज मनुष्य यहाँ वहां भाग रहा है कष्ट भोग रहा है लेकिन यदि मनुष्य के जीवन में प्रेम ,सत्य और करुणा आ जाये तो उसे सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।

होशंगाबाद के मरोड़ा से आये भागवताचार्य कथा व्यास पंडित आशीष दुबे ने कल की कथा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि आज दिखावे की दुनिया में आदमी पागल हुआ पड़ा है। लेकिन कुछ चीजे ऐसी होती हैं जिसे हमेशा छिपाकर रखना चाहिए। वो हैं भजन, भोजन और धन। इसे हमेशा दूसरों की नजर से बचाकर रखेंगे तो फोड़े में रहेंगे। आज की कथा में पंडित आशीष दुबे ने भगवान कृष्ण के सांदीपनी आश्रम में शिक्षा ग्रहण करने, द्वारिका का निर्माण करने ,रुक्मिणी के साथ विवाह करने और गोपियों द्वारा उद्धव को दिए ज्ञान की कथा भी सुनाई।

ग्वालियर के प्रसिद्द दाना परिवार द्वारा आयोजित की रही श्रीमदभागवत कथा 15 जनवरी से 21 जनवरी तक दिन में 12 बजे से तीन बजे तक आयोजित की जा रही है । कथा के मुख्य यजमान श्रीमती कुसुम सक्सेना, जानेमाने साहित्यकार एवं कवि सतीश "अकेला" और उनकी पत्नी श्रीमती शशि सक्सेना हैं।

Updated : 20 Jan 2019 5:44 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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