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तीसरी रेल लाइन बढ़ाएगी ट्रेनों की गति, ग्वालियर में बढ़ेंगे प्लेटफार्म

झांसी मंडल के अधिकारियों ने बनाई कार्ययोजना

तीसरी रेल लाइन बढ़ाएगी ट्रेनों की गति, ग्वालियर में बढ़ेंगे प्लेटफार्म
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ग्वालियर। ग्वालियर-झांसी-बीना के बीच तीसरी रेल लाइन बनने के बाद ट्रेनों की गति बढ़ेगी। यात्रा का समय बचेगा और ट्रेनों की लेटलतीफी पर अंकुश लगेगा। इसके बाद कुछ और नई ट्रेनों को भी चलाने का रास्ता साफ हो जाएगा।

विगत 26 अगस्त को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी (सीसीईए) ने मथुरा से झांसी के बीच 273.80 किलोमीटर और झांसी से बीना के बीच 152.25 किलोमीटर की तीसरी रेल लाइन को मंजूरी दी थी। रेल विकास निगम लिमिटेड ने इस योजना पर काम भी शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि झांसी रेल मंडल की दो लाइनों पर लगातार यात्री, मालगाडिय़ों की संख्या और संचालन बढऩे से लोड बढ़ गया है। इस कारण आए दिन रेल ट्रैफिक बाधित हो जाता है। महत्वपूर्ण ट्रेनों को रास्ता देने के लिए कुछ ट्रेनों की गति कम करना पड़ती है या फिर उन्हें रोकना पड़ता है। पिछले 16 साल के भीतर झांसी रेल मंडल में 46 प्रतिशत गाडिय़ों में इजाफा हुआ है। वर्तमान में झांसी-बीना 22 प्रतिशत और आगरा-झांसी सेक्शन में 12 फीसदी अधिक यातायात है। अब तीसरी लाइन बिछने के बाद समस्या का समाधान किसी हद तक हो जाएगा। तीसरी रेल लाइन आने से पहले ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर दो प्लेटफार्म बढ़ाए जाएंगे। इसके लिए अधिकारियों ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। बताया जा रहा है कि रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक चार के पास बनी कंस्ट्रक्शन इमारत को तोड़ा जाएगा। इसके बाद दो प्लेटफार्मों को बनाया जाएगा। सूत्रों की मानें तो झांसी मंडल के अधिकारियों ने पूरी तैयारी कर ली है। जल्द ही स्टेशन पर प्लेटफार्मों को बढ़ाने के काम शुरू किया जाएगा।

वर्तमान में यह आ रही हैं समस्याएं

-मथुरा-झांसी-बीना लाइन पर मथुरा से झांसी के मध्य 12 प्रतिशत और झांसी बीना के मध्य 22 प्रतिशत अधिक यातायात है।

-आए दिन ट्रेनें लेट हो जाती हैं क्योंकि लोड अधिक होने के कारण प्रमुख ट्रेनों को पहले रास्ता देना जरूरी होता है।

-लोड के कारण कई बार ट्रेनों का संचालन बुरी तरह प्रभावित हो जाता है। प्रतिकूल मौसम में दिक्कत और बढ़ जाती है।

-इन रूटों पर लोड को देखते हुए नई ट्रेनों की जरूरत है, लेकिन दो पटरियां अब और बोझ सह सकने में अक्षम हैं।

- पटरियों की मरम्मत करने के लिए अक्सर ट्रेनों का संचालन लेकर बंद करना पड़ता है। इसके लिए कभी-कभी लंबे समय के लिए ब्लाक लेना पड़ता है।

तीसरी लाइन के शुरू होते ही मिलेगी राहत

-इस रूट पर नई ट्रेनों को चलाने का रास्ता साफ हो जाएगा।

-मालगाडिय़ों के लिए एक बिल्कुल अलग लाइन हो जाएगी।

-नई ट्रेनों के चलने पर यात्रियों के लिए आरक्षण कोटा बढ़ जाएगा

-मालगाडिय़ों का समय पालन सुधरने पर माल समय पर पहुंचेगा।

-दुर्घटना पर तीसरी रेल लाइन विकल्प के रूप में काम कर सकेगी।

Updated : 26 Sep 2018 1:03 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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