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ना ग्वालियर में मकान, ना दुकान, फिर भी है मेले की शान "गुप्ता भोजनालय"

ना ग्वालियर में मकान, ना दुकान, फिर भी है मेले की शान गुप्ता भोजनालय
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ग्वालियर/वेब डेस्क। ग्वालियर की शान व्यापार मेला देश में लगने वाले बड़े मेलों में से एक हैं। व्यापार मेला का नाम जब किसी जहन में आता हैं तो उसके मन में सबसे पहले पापड़, झूले, छतरियां आदि का नाम आता हैं। साथ ही गुप्ता भोजनालय का स्वाद भी सभी सैलानियों को आकर्षित करता है । मूल रूप से बरेली के रहने वाले गुप्ता भोजनालय के संचालक गोविंद दास वार्ष्णेय ने स्वदेश डिजिटल को बताया की करीब 55 साल पहले मेरे नानाजी मेले में यह भोजनालय लेकर आये थे। उस समय मात्र 20 कुर्सियों और पांच टेबल्स के साथ उन्होंने इसे शौकिया तौर पर शुरू किया था। उस समय दुकान में कुर्सियां कम होने की वजह से लोगों को जमीन पर बैठाकर पारम्परिक तरीके से भोजन कराते थे। उस समय मेले में आने का जो यह सिलसिला शुरू हुआ वह आज तक जारी हैं। उन्होंने बताया की इस मेले से उनका और उनके परिवार का एक भावनात्मक रिश्ता है इसलिए ग्वालियर मेले के अतिरिक्त वह देश के किसी मेले में नहीं जाते। वर्ष भर अपने शहर बरेली में हॉस्टल मेस के व्यवसाय का संचालन करते हैं। लेकिन इस मेले से पारिवारिक रिश्ता जुड़ा होने और यहाँ जो उनके पारम्परिक ग्राहक हैं सिर्फ उनके लिए वह इस मेले में आते हैं।


उन्होने बताया की ग्वालियर के कुछ परिवार ऐसे हैं, जिन्हे 25 साल पहले मामाजी के समय भोजनालय में आते देखा था। वे सभी हमारे साथ एक रिश्ते के रूप में जुड़े हुए हैं। अंचल के राजनेताओ से लेकर बड़े अधिकारी उनके यहाँ समोसे के साथ चाय पीने के लिए आते हैं।


भोजनालय में खाना खा रहे मेला सैलानी 55 वर्षीय प्रमोद ठाकुर ने बताया की पहली बार वह अपने पिता के साथ करीब 45 साल पहले यहाँ खाना खाने के लिए आये थे। उसके बाद से लगातार हर साल यहाँ खाना खाते हैं। उन्होंने बताया की मेरे पिताजी के लिए मेले जाने का मतलब ही यहाँ आकर खाना खाना था। अगर वह किसी कारण मेला आये और यहाँ खाना नहीं खा पाए तो वह कहते थे की इस बार मेला घुमा ही नहीं हैं।

चाय और समोसे खा रहें ऋषभ तोमर ने बताया की पिछले पांच साल से इस भोजनालय में सिर्फ समोसे खाने आते हैं। पांच साल पहले कॉलेज ट्रिप पर अपने टीचर के कहने पर यहाँ समोसे खाये थे। लेकिन उसके बाद से हर साल वह सिर्फ समोसे खाने के लिए ही सालभर इंतजार करते हैं।

परिवार के साथ खाना खा रहीं रजनी गोयल ने बताया की मेले के दौरान उनके परिवार में किसी को भी बाहर खाने का मन हो या फुल फेमिली पार्टी करनी हो तो गुप्ता भोजनालय आना पक्का हैं।

गुप्ता भोजनालय पर उपलब्ध आयटम -

सादा थाली- 80 रूपए,

प्रीमियम -160 रूपए,

डीलक्स थाली - 230 रूपए में उपलब्ध हैं।

समोसा - 15 रूपए

चाय - 10 रुपये

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Updated : 4 Jan 2020 5:18 PM GMT
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स्वदेश डेस्क

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