Home > राज्य > मध्यप्रदेश > भोपाल > बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता: बनाई योजना

बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता: बनाई योजना

बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता: बनाई योजना
X

भोपाल/मध्य स्वदेश संवाददाता। प्रदेश में वाहन दुर्घटनाओं में कमी लाने नई कार्य योजना बनाई गई है। पुलिस मुख्यालय व पीटीआरआई इस दिशा में अभियान शुरू कराने जा रही है। हाल ही में डीजीपी वीके सिंह ने दुर्घटनाओं में कम से कम 10 प्रतिशत कमी लाने के लिये तात्कालिक रूप से प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। पुलिस महानिदेशक ने सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों के लिये लक्ष्य निर्धारित करने के लिये भी कहा। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिये ब्लैक स्पॉट को केन्द्र में रखकर विस्तृत कार्य योजना बनाई गई है। साथ ही भविष्य में सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में संसाधनों का आवंटन ब्लैक स्पाट को ध्यान में रखकर प्रस्तावित किया गया है। नए एप्लीकेशन के माध्यम से प्रतिमाह सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में प्रदेश के हर जिले के कार्यों का मूल्यांकन भी किया जायेगा।

ब्लैक स्पाट किए जाएंगे चिन्हित

सर्वोच्च न्यायालय कमेटी आन रोड सेफ्टी द्वारा वाहन दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए पांच कैटेगरी पर पुलिस को काम करने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं। इन पर काम करने से वर्ष 2017 की तुलना में दुर्घटनाओं में पांच प्रतिशत कमी आई है। यातायात पुलिस अब आधा किमी की उन सड़कों का चयन कराएगी, जहां दुर्घटनाएं ज्यादा होती हैं। इन्हें ब्लैक स्पाट कहा जाता है। ब्लैक स्पाट पर दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए राष्ट्रीय एवं राज्य मार्ग की निर्माण एजेंसियों से अब सड़क संधारण का काम कराया जाएगा।

चलाया जाएगा जागरुकता अभियान

यातायात पुलिस अब दुर्घटनाओं में कमी लाने स्वयं सेवी संगठन तथा विभिन्न विभागों के माध्यम से जागरुकता अभियान चलाएगी। इस अभियान के माध्यम से लोगों को दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की जानकारी जागरुक किया जाएगा। इसके अलावा ऑन रोड सेफ्टी ने जिन पांच श्रेणी पर काम करने को कहा है। उसके तहत शराब पीकर वाहन चलाने, हेलमेट तथा सीट बेल्ट का पालन कराने, निर्धारित गति सीमा से अधिक गति से वाहन चलाने, वाहन चलाते हुए मोबाइल फोन पर बात करने और सिग्नल का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कराई जाएगी।

मौत के भयावह आंकड़े

प्रदेश में सड़क हादसों में मृतकों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। प्रदेश में सड़क हादसों में हर दिन औसतन 28 लोगों की जान जा रही है तो 158 लोग घायल हो रहे हैं। प्रदेश में आनलाइन रजिस्टर्ड वाहनों की संख्या 1 करोड़ 53 लाख है, जबकि हर साल दो लाख वाहन रजिस्टर्ड हो रहे हैं। पिछले साल की दुर्घटनाओं के आंकड़ें देखे जाएं तो इनकी संख्या 53972 थी। इनमें 57532 लोग घायल हुए तो मृतकों की संख्या 10172 थी। इस तरह हर दिन 28 लोग दुर्घटनाओं में मारे जा रहे हैं तो 158 घायल हो रहे हैं, हालांकि पिछले साल दुर्घटनाओं में 4.5 प्रतिशत और घायलों की संख्या में करीब 5.4 प्रतिशत कमी आई है।

Updated : 16 March 2019 3:27 PM GMT
author-thhumb

Naveen Savita

Swadesh Contributors help bring you the latest news and articles around you.


Next Story
Top