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पोषण कार्यक्रम की कमियां भी उजागर करे मीडिया: सीईओ

पोषण कार्यक्रम की कमियां भी उजागर करे मीडिया: सीईओ
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राष्ट्रीय पोषण मिशन की कार्यशाला आयोजित

मध्य स्वदेश संवाददाता भोपाल

मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों और कार्यक्रमों को घर-घर तक पहुंचाकर मीडिया समाज कल्याण के इस कार्य में शासन का सहयोग करे। साथ ही पोषण कार्यक्रम की उन कमियों को भी उजागर करे, जो प्रदेश को कुपोषण मुक्त बनाने में बाधक हैं। मीडिया से मिलने वाली सूचनाओं के आधार पर विभाग नए प्रयोग कर सकता है तथा अपनी कमियों को दूर कर सकता है।

यह बात जिला पंचायत भोपाल के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सतीष कुमार ने बुधवार 13 मार्च को महिला एवं बाल विकास विभाग भोपाल द्वारा राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत आयोजित मीडिया कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही।

कार्यशाला में महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती उपासना राय ने बताया कि विगत 8 मार्च को पोषण अभियान का एक वर्ष पूरा हुआ है। इसी क्रम में भारत सरकार द्वारा राज्य एवं जिलों में पोषण जागरुकता हेतु पोषण पखवाड़ा 8 से 22 मार्च तक आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। पोषण सं संबद्ध विभागों के समन्वय से पोषण पखवाड़ा को व्यापक जन आंदोलन के रूप में आयोजित किया जाता है। पखवाड़ा का शीर्षक 'हर घर पोषण का त्यौहार' बनाया गया है। उन्होंने बताया कि आयोजन का मुख्य उद्देश्य गर्भावस्था काल से पोषण की देखभाल, सर्वोत्तम स्तनपान ऊपरी आहार, एनीमिया वृद्धि निगरानी, किशोरी-शिक्षा, पोषण, शिक्षा का अधिकार, सही उम्र में विवाह, सफाई एवं स्वच्छता व पोषण के प्रति समाज में जागरुकता लाना है। इसके लिए 10 बिन्दुओं, प्रसव पूर्व देखभाल, पूरक आहार, वृद्धि निगरानी, सफाई और स्वच्छता, दस्त प्रबंधन, शीघ्र और केवल स्तनपान, एनीमिया, किशोरियां-आहार शिक्षा और सही उम्र, पोषण जागरुकता-स्वच्छ खाना एवं फूड फोर्टिफिकेशन एवं टीकाकरण विटामिन अन्नपूरण के आधार पर गतिविधियां आयोजित की जाती हैं। श्रीमती राय ने बताया कि 8 मार्च को जिले में उचित पोषण देखभाल करने वाले गर्भवती धात्री माताओं का सम्मान आधारित महिला कार्यक्रम, 9 मार्च को पंचायत प्रतिनिधियों के साथ गांव के बच्चों के ऊपरी आहार के बारे में चर्चा, 11 मार्च को स्कूल स्तरीय गतिविधियां-आयरन युक्त भोज्य पदार्थों व पोषण जागरुकता साइकिल रैली, 12 मार्च को प्रभात फोरी-ढोल-मंजीरे के साथ गीत व नारे, पंचवटी से पोषण में शामिल पौधों का रोपण एवं मंगल दिवस अन्नप्राशन, 13 मार्च को किशोरी बालिकाओं के समूह के साथ पोषण, आयरन गोली एवं महावारी स्वच्छता संबंधी जागरुकता गतिविधि आयोजित हुईं। 14 मार्च को पोषण दौड़-पोषण संबंधी गीत व नारे एवं युवा समूह की गतिविधियां कर पोषण जागरुकता पर चर्चा की जाएगी तथा 15 मार्च को ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस का आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रीय पोषण मिशन के साथ-साथ बेटी-बचाओ-बेटी पढ़ाओं योजना पर भी जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यशाला में महिला एवं बाल विकास विभाग की सभी परियोजना समन्वयक भी उपस्थित रहीं।

मुनके की पत्तियों में हर तरह का पोषण

जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती उपासना राय ने बताया कि बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए विभागीय प्रयासों के साथ-साथ बच्चों के परिजनों को भी ध्यान देना होगा। बाजार के चिप्स और जंकफूड के स्थान पर बच्चों को कम कीमत पर और सहज रूप से उपलब्ध पोषक खाद्य पदार्थ देना चाहिए। उन्होंने बताया कि हमारे आसपास सहज रूप से उपलब्ध मुनका (सेहजना)की पत्ती में आयरन, विटामिन, प्रोटीन सहित हर तरह के पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में मौजूद हैं। प्रत्येक परिवार को मुनके की पत्तियों और फली को भोजन में उपयोग करना ही चाहिए।

Updated : 13 March 2019 3:25 PM GMT
author-thhumb

Naveen Savita

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