मध्यप्रदेश में है बंगाल जैसे हालात, पुलिस-सीआरपीएफ आमने-सामने, IT की छापेमारी जारी
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भोपाल। लोकसभा चुनावों की बढ़ती सरगर्मियों के बीच मध्यप्रदेश के भोपाल से बडी खबर सामने आई है। राजधानी भोपाल में सुबह से हाई वोल्टेज ड्रामा जारी है। यहां पर भी कमोबेश वही हालात बन रहे हैं, जो एक महीने पहले पश्चिम बंगाल में बने थे। तब सीबीआई और स्थानीय पुलिस आमने सामने थी। अब मप्र की राजधानी भोपाल में सीआरपीएफ और मप्र की पुलिस आमने सामने है।
दरअसल, यहां आयकर विभाग की टीमों ने रविवार तडक़े मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी (विशेष कार्याधिकारी) प्रवीण कक्कड़ और अन्य लोगों के भोपाल और इंदौर स्थित निजी आवास और अन्य ठिकानों पर छापे मारे। आयकर विभाग की छापामारी में आमतौर पर स्थानीय पुलिस की मदद ली जाती है, लेकिन यहां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के हथियारबंद जवानों की भी तैनाती देखी गई।
प्रवीण कक्कड़ के सहयोगी अश्विन शर्मा के घर के बाहर पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारी आमने-सामने आ गए। भूपिंदर सिंह, सिटी एसपी भोपाल ने कहा, 'आयकर और चल रहे छापे से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। यह एक आवासीय परिसर है, अंदर ऐसे लोग हैं जिन्हें चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है, वे मदद के लिए स्थानीय एसएचओ को बुला रहे हैं। उन्होंने छापेमारी के कारण पूरे परिसर को बंद कर दिया है।' वहीं प्रदीप कुमार, सीआरपीएफ अधिकारी ने कहा, 'मध्य प्रदेश पुलिस हमें काम नहीं करने दे रही है, वे हमें गालियां दे रहे हैं। हम केवल अपने सीनियर्स के आदेशों का पालन कर रहे हैं। सीनियर्स ने हमें किसी को भी अंदर नहीं जाने देने के लिए कहा है। कार्यवाही जारी है, इसीलिए हम किसी को अंदर नहीं जाने दे रहे हैं। केवल अपना कर्तव्य निभा रहे हैं।'
लोकसभा चुनावों को देखते हुए मारे गए आयकर छापों में संदिग्ध निवेश के दस्तावेजों के साथ बड़ी मात्रा में नकदी बरामद होने की भी खबरें हैं। कक्कड़, राज्य पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी हैं। उन्हें गत दिसंबर में सूबे में कांग्रेस सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ का ओएसडी नियुक्त किया गया था। हालांकि, लोकसभा चुनावों की घोषणा होने से पहले ही कक्कड़ ने अपने इस पद से इस्तीफा दे दिया था। बता दे, कि पिछले दिनों पश्चिम बंगाल में डीजीपी राजीव कुमार के आवास पर सीबीआई के छापेमारी हुई थी।
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