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अंतिम चरण की ये हैं सबसे महत्वपूर्ण सीटें, जिन पर है देश की नजर

अंतिम चरण की ये हैं सबसे महत्वपूर्ण सीटें, जिन पर है देश की नजर
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नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में 19 मई को आठ राज्यों की 59 सीटों पर वोटिंग होगी। इसमें पीएम मोदी की संसदीय सीट समेत देश की कई ऐसी महत्वपूर्ण लोकसभा सीट है, जो न सिर्फ राजनीतिक लिहाज से अहम है, बल्कि इन सीटों पर देश की निगाहें टिकी हुई है।

वाराणसी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय हाई प्रोफाइल सीट वाराणसी की बात करें तो यहां पर 2019 लोकसभा चुनाव में वे बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर दूसरी बार फिर से चुनावी मैदान में हैं। 2014 के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर उतरे नरेन्द्र मोदी ने 56.4 फीसदी वोट हासिल कर आम आदमी पार्टी उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल को शिकस्त दी थी। आम आदमी पार्टी को 20.3 फीसदी, कांग्रेस को 7.3 फीसदी और अन्य के खाते में 16.0 फीसदी वोट पड़े थे।

पटना साहिब

पटना साहिब सीट पर इस बार बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामने वाले शत्रुघ्न सिन्हा के सामने बीजेपी के रविशंकर प्रसाद के उतरने के बाद चुनौती कांटे की हो गई है। साल 2014 में यहां पर बीजेपी उम्मीदवार के तौर उतरे अभिनेता से राजनेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने मोदी लहर के बीच 55 फीसदी वोट हासिल कर कांग्रेस प्रत्याशी के कुणाल सिंह को हराया था। इस चुनाव में कांग्रेस को 24.9 फीसदी, जेडीयू को 10.3 फीसदी और अन्य को 9.8 फीसदी वोट मिले थे।

चंडीगढ़

चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर बीजेपी ने एक बार फिर से फिल्म से राजनीति में आई किरण खेर पर दांव लगाया है। किरण खेर इस सीट पर दूसरी बार उतरी हैं। उन्होंने साल 2014 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार पवन बंसल को हराया था। किरण खेर को 2014 में 42.2 फीसदी वोट मिले थे जबकि कांग्रेस को 26.8 फीसदी और आम आदमी पार्टी को 24.0 और अन्य के खाते में सात फीसदी वोट पड़े थे।

मिर्जापुर

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर लोकसभा सीट पर बीजेपी-अपना दल गठबंधन ने जहां केन्द्रीय मंत्री और मौजूदा सांसद अनुप्रिया पटेल को उतारा है तो वहीं महागठबंधन की ओर से सपा प्रत्याशी राजेन्द्र एस. बिंद मैदान में हैं। 2014 लोकसभा चुनाव में अपना दल की उम्मीदवार अनुप्रिया पटेल ने 43.3 फीसदी वोट हासिल कर बीएसपी प्रत्याशी समुद्र बिंद को हराया था। इस चुनाव में बीएसपी को 21.6 फीसदी, कांग्रेस को 15.2 फीसदी और अन्य के खाते में 19.9 फीसदी वोट पड़े थे।

दुमका

दुमका सीट पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा अध्यक्ष शिबू सोरन अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में शिबू सोरन ने यहां पर 37.2 फीसदी वोट हासिल कर बीजेपी नेता सुनील सोरेन को शिकस्त दी थी। 2014 में झारखंड मुक्ति मोर्चा को 37.2 फीसदी, बीजेपी के 32.9 फीसदी, जेवीएम को 17.5 फीसदी और अन्य के खाते में 12.4 फीसदी वोट पड़े थे।

गुरदासपुर

पंजाब के गुरदासपुर लोकसभा सीट पर इस बार बीजेपी ने फिल्म अभिनेता सनी देओल को कांग्रेस के उम्मीदवार सुनील जाखड़ के सामने उतारकर यहां की लड़ाई को बेहद दिलचस्प बना दिया है। साल 2014 लोकसभा चुनाव में यहां पर बीजेपी ने विनोद खन्ना को उतारा था। विनोद खन्ना ने मोदी लहर के बीच 46.2 फीसदी वोट हासिल कर कांग्रेस प्रत्याशी प्रताप सिंह बाजवा को करारी शिकस्त दी थी। जबकि आम आदमी पार्टी ने 16.6 फीसदी और अन्य ने 4.0 फीसदी वोट हासिल किए थे।

हमीरपुर

हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में इस बार दो ठाकुरों के बीच मुकाबला होगा। भाजपा ने एक बार फिर जहां अनुराग ठाकुर को मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने भी पूर्व एथलीट और पांच बार विधायक रह चुके रामलाल ठाकुर पर दांव लगाया है। जहां अनुराग ठाकुर यहां से लगातार तीन बार जीत चुके हैं, वहीं रामलाल ठाकुर इसी संसदीय क्षेत्र से तीन बार चुनाव हार चुके हैं।

कांग्रेस के भीतर तीव्र अंतर्विरोध को देखते हुए यह सीट जीतना उनके लिए एक चुनौती होगी। वहीं कहा जा रहा है कि यह चुनाव कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री के लिए अग्निपरीक्षा माना जा रहा हैं। क्योंकि दोनों नेता क्रमश: हमीरपुर और उना जिलों के हैं। दोनों नेताओं पर अपने संबंधित जिलों में रामलाल को बढ़त दिलाने की चुनौती होगी।

साल 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी टिकट पर उतरे अनुराग ठाकुर ने 53.6 फीसदी वोट हासिल कर कांग्रेस उम्मीदवार राजिंदर सिंह राणा को शिकस्त दी थी। कांग्रेस के 41.8 फीसदी और अन्य के खाते में 4.6 फीसदी वोट पड़े थे।

पाटलिपुत्र

राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद की पुत्री व राज्यसभा सांसद डा़ॅ मीसा भारती दूसरी बार केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव के खिलाफ लड़ रही हैं। यही कारण है कि भाजपा और राजद के लिए यह सीट प्रतिष्ठा की सीट बन गई है। वर्तमान समय में पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के तहत चार विधानसभा पर राजद और कांग्रेस का कब्जा है, जबकि दो पर राजग के विधायक हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में राजद को छोड़कर भाजपा का दामन थामे रामकृपाल ने मीसा भारती को हराया था। उस चुनाव में रामपाल यादव को 3,83,262 वोट मिले थे जो कुल वोट का 39.16 प्रतिशत था, जबकि राजद प्रत्याशी मीसा भारती को 3,42,940 (35. 04 प्रतिशत) वोटों से संतोष करना पड़ा था। तीसरे स्थान पर जद (यू) के रंजन प्रसाद यादव को 2014 के चुनाव में 97,228 वोट मिले थे, जबकि भाकपा (माले) के प्रत्याशी रामेश्वर प्रसाद को 51,623 वोट मिले थे। इस चुनाव में पाटलिपुत्र का सियासी परिदृश्य बदला है।

Updated : 17 May 2019 3:46 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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