Home > Lead Story > मध्य प्रदेश : राहुल की सभा में बोतलें फेंके जाने की आशंका

मध्य प्रदेश : राहुल की सभा में बोतलें फेंके जाने की आशंका

राहुल गांधी की मंदसौर में बुधवार को होने वाली सभा में लोग पानी की बोतल नहीं ले जा पाएंगे। स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) ने बोतल को लेकर आपत्ति ली है। एसपीजी को सभा में बोतलें फेंके

मध्य प्रदेश : राहुल की सभा में बोतलें फेंके जाने की आशंका
X

पिछले साल मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान पुलिस फायरिंग में छह लोगों की मौत हो गई थी।

मंदसौर/नीमच | राहुल गांधी की मंदसौर में बुधवार को होने वाली सभा में लोग पानी की बोतल नहीं ले जा पाएंगे। स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) ने बोतल को लेकर आपत्ति ली है। एसपीजी को सभा में बोतलें फेंके जाने का अंदेशा है, जिसे देखते हुए कांग्रेस ने भी पानी के साथ छाछ और जूस के 8 लाख पाउच बांटना तय किया है। बता दें कि पिछले साल 6 जून को किसान आंदोलन के दौरान पुलिस के साथ झड़प और फायरिंग में छह किसानों की मौत हो गई थी।

5 लाख पानी, 2 लाख छाछ और 1 लाख जूस के पाउच मंगाए

कांग्रेस का दावा है कि राहुल की सभा में करीब दो लाख लोगों को जुटने की उम्मीद है। प्रदेश कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बताया कि सभा में आने वाले लोगों के लिए 5 लाख पानी के पाउच, 2 लाख छाछ के पाउच और एक लाख जूस के पाउच मंगाए गए हैं। ताकि उन्हें गर्मी से किसी भी तरह की दिक्क्त न हो।

पिछली बार राहुल गांधी को चलना पड़ा था 3 किमी पैदल

- मंदसौर गोलीकांड में मारे गए 6 किसानों के परिवारों से मिलने के लिए राहुल गांधी पिछले साल 8 जून को मंदसौर आए थे। तनाव को देखते हुए प्रशासन ने राहुल गांधी को किसानों के परिवार से मिलने की इजाजत नहीं दी थी। उनके मंदसौर जिले में प्रवेश पर भी रोक लगा दी थी।
इस पर राहुल ने राजस्थान के उदयपुर से अपना प्लान बदल दिया था। मंदसौर तक पहुंचने के लिए राहुल गांधी ने कार और फिर बाइक पर कच्चे रास्ते से सफर किया। वे करीब 3 किमी तक पैदल भी चले। इतनी मशक्कत के बाद भी वे मंदसौर नहीं पहुंच पाए थे।
- पुलिस उन्हें नीमच में ही हिरासत में ले लिया था। लेकिन किसानों से मिलने नहीं दिया। बाद में किसानों से उनकी बात फोन पर कराई गई थी।
इसके बाद राजस्थान बॉर्डर पर राहुल परिवारों से मिलकर रवाना हो गए थे। उस दौरान राहुल ने कहा था कि मैं सिर्फ किसानों से मिलना चाहता था, लेकिन बिना वजह बताए मुझे हिरासत में लिया गया। पुलिस फायरिंग और झड़प में हुई थी 6 लोगों की मौत मंदसौर गोलीकांड 6 जून 2017 को हुआ था। इससे पहले तीन दिन तक किसानों ने आंदोलन किया था।

Updated : 15 Jun 2018 5:53 PM GMT
Tags:    
author-thhumb

Vikas Yadav

Swadesh Contributors help bring you the latest news and articles around you.


Next Story
Top