Home > Lead Story > देश के लिए बलिदान की जरूरत नहीं, परन्तु कर व्यवस्था को मजबूत करना चाहिए : निर्मला सीतारमण

देश के लिए बलिदान की जरूरत नहीं, परन्तु कर व्यवस्था को मजबूत करना चाहिए : निर्मला सीतारमण

देश के लिए बलिदान की जरूरत नहीं, परन्तु कर व्यवस्था को मजबूत करना चाहिए : निर्मला सीतारमण
X

धारवाड़। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि नोटबंदी के बाद बड़े पैमाने पर कर चोरी कम हुई है। प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष कर चोरी को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके चलते जीडीपी गिरी है।

सीतारमण शनिवार को धारवाड़ के सत्तूर स्थित श्रीवीरेंद्र हेग्गडे कला क्षेत्र में कर्नाटक राज्य कर सलाहकार संघ की ओर से राष्ट्रीय कर सलाहकार दिवस तथा स्थापना दिवस कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि देश के लिए बलिदान की जरूरत नहीं है, परन्तु कर व्यवस्था को मजबूत करना चाहिए। किसानों को सड़क, मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करानी हैंं। कार्यक्रम के दौरान वित्त मंत्री ने प्रैक्टिशनर्स से कहा कि वे कर को बोझ के रूप में नहीं बल्कि बुनियादी जरूरतों तक पहुंंचने के लिए राष्ट्र निर्माण में योगदान के रूप में विचार करने के लिए मूल्यांकनकर्ताओं में जागरूकता पैदा करें।

सीतारमण ने कहा कि भारत आर्थिक अनुशासन और कराधान में सुधार और सरलीकरण के लिए उद्योगों के अनुकूल देश बन गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर उद्यमी और ऑडिटर मिलकर काम करें तो वे देश में बेहतर योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र ने डिजिटल युग के अनुकूल कई अनुशासनात्मक, प्रतिबद्धता और पारदर्शी उपाय किए हैं।

अर्थव्यवस्था का डिजिटलीकरण से दोहरे कराधान या अतिव्यापी कर से बचने में भी मदद मिली है। उन्होंने करदाताओं से आह्वान किया कि वे देश की आर्थिक स्वतंत्रता में योगदान दें और अपनी आय और संपत्ति की ईमानदार घोषणा कर अर्थव्यवस्था को मजबूत करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने इसमें कई बदलाव और सुधार किये हैं। उन्होंने कहा कि भारत कई मुद्दों के समाधान के लिए अग्रिम पंक्ति में है। कर प्रणाली की जटिलता अब सरल हो गई है।

Updated : 5 Oct 2019 2:34 PM GMT
Tags:    
author-thhumb

Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


Next Story
Top