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72वें स्वतंत्रता दिवस पर नीतीश ने फहराया झंडा, कहा-न्याय के साथ विकास के पथ पर अग्रसर है बिहार

72वें स्वतंत्रता दिवस पर नीतीश ने फहराया झंडा, कहा-न्याय के साथ विकास के पथ पर अग्रसर है बिहार
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पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को 72वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पटना के गांधी मैदान में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार न्याय के साथ विकास के पथ पर निरंतर अग्रसर है। सभी धर्म और संप्रदाय के लोग एक साथ मिलकर रहें, ताकि विकास की रफ्तार को ऐसे ही कायम रखा जा सके। उन्होंने कहा कि इस साल कम बारिश कम हुई है, लेकिन किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। उनकी हर तरह से सहायता की जाएगी। किसी भी सूरतहाल से निपटने के लिए हम तैयार हैं। बिहार की 76 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है। बिहार में कृषि के विकास के लिए हम तीसरे कृषि रोड मैप पर काम कर रहे हैं।

बिहार में बिजली की स्थिति पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोगों का लक्ष्य 2018 के अंत तक सभी घरों में बिजली पहुंचाने का है। एक समय था जब गांव के लोग बिजली के लिए तरस रहे थे, पर आज हर गांव में बिजली पहुंच चुकी है। कृषि कार्य के लिए इस्तेमाल की जाने वाली बिजली की दर 75 पैसे प्रति यूनिट कम होगी। किसानों को फसल सहायता योजना के तहत भी काफी मदद की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की सशक्तिकरण के लिए भी हम लोगों ने बहुत कुछ किया है। पंचायती राज और नगर निगम निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है, इसी तरह सरकारी नौकरियों में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। बालिकाओं के लिए पोशाक और साइकिल योजना तो हम बहुत पहले से चला रहे हैं, लेकिन अब इन योजनाओं के मद में दी जाने वाली राशि में इजाफा किया जा रहा है। साथ ही कन्या उत्थान योजना के तहत कन्या के जन्म पर 2000 रुपये दिया जा रहा है। उनके टीकाकरण के लिए अलग से रुपये दिये जा रहे हैं।

नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में शराबबंदी से सबसे अधिक फायदा महिलाओं को हुआ है। उनके घर में खुशियां लौटी हैं। अब हम लोग कोशिश रहे हैं कि वैसे लोगों को नये काम धंधों में लगाया जाए, जिनकी आजीविका शराब से चलती थी। पूर्णिया में कुछ लोगों को पशु पालन के काम में लगाया गया है।

छात्रों को दी जाने वाली सुविधाओं की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि हम लोगों ने छात्रों के लिए क्रेडिट लोन देने की योजना बनाई थी, लेकिन इस योजना को लेकर बैंकों का रवैया नकारात्मक रहा। उनके नकारात्मक रवैये को देखते हुए अब बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम की ओर से उन्हें ऋण देने की व्यवस्था की जा रही है। सामान्य छात्रों को चार प्रतिशत ब्याज की दर से ऋण दिया जाएगा, जबकि लड़कियों को महज एक प्रतिशत की दर से दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कर्ज वह रोजगार हासिल करने के बाद लौटा सकते हैं। यदि किसी वजह से उन्हें नौकरी नहीं मिलती है और यह रकम लौटाने की स्थिति में वह नहीं है तो उनका पूरा कर्ज भी माफ कर दिया जाएगा।

नीतीश कुमार ने कहा कि हम चाहते हैं कि बिहार उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़े। आमतौर पर यही देखने में आ रहा है कि बिहार के छात्र उच्च शिक्षा से दूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि एससी/एसटी के लोगों के उत्थान के लिए भी कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं, खासकर छात्रों के लिए। बिहार में विभिन्न महकमों में संविदा पर नियुक्ति किए लोगों को अच्छी खबर सुनाते हुए उन्होंने कहा कि संविदा पर काम करने वाले लोगों को बहुत जल्द ही वो सारी सुविधाएं मिलने लगेंगी, जो सरकारी कर्मचारियों को मिलती है। बिहार सरकार इस दिशा में कदम उठा रही है।

राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिला अस्पतालों और प्राथमिक अस्पतालों में ऑनलाइन ओपीडी की सुविधा शुरू की जा रही है। अब मरीजों को अस्पतालों में जाकर लंबी लाइन लगाने की जरूरत नहीं होगी। दाखिल-खारिज की सुविधा को ऑनलाइन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। इस मौके पर विभिन्न सरकारी महकमों द्वारा झांकियां भी निकाली गई।

Updated : 15 Aug 2018 1:53 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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