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देश को मालूम है कि कब, कहां, क्या करना है : अजीत डोभाल

देश को मालूम है कि कब, कहां, क्या करना है : अजीत डोभाल
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गुरुग्राम। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने मंगलवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 80वें स्थापना दिवस के मौके पर पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। एनएसए डोभाल ने कहा कि मैं हमले में शहीद हुए 40 जवानों को श्रद्धांजलि देता हूं। हमने पुलवामा हमले का बदला लिया। देश इसे भूला नहीं है और कभी भूलेगा भी नहीं।

डोभाल ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि देश को मालूम है कि कब, क्या, कहां करना है। इस समस्या का निस्तारण करने के लिए समय क्या होगा, जगह कहां होगी, ये तय करने के लिए हमारा नेतृत्व सक्षम है। हम आतंकवाद का मुकाबला करेंगे। डोभाल ने सीआरपीएफ की तारीफ करते हुए कहा कि आंतरिक सुरक्षा का बहुत महत्व है।

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 37 देश ऐसे थे, जो टूट गए या फिर संप्रभुता खो बैठे। इनमें से 28 का कारण आंतरिक संघर्ष था। देश अगर कमजोर होते हैं तो उसका कारण कहीं न कहीं आंतरिक सुरक्षा की कमी होती है। इसे संभालने का दायित्व सीआरपीएफ पर है। देश की एकमात्र फोर्स ऐसी है जो 32 लाख वर्ग किलोमीटर की रक्षा करती है। देश का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं है, जहां ये फोर्स मौजूद नहीं है। हमें सीआरपीएफ पर गर्व है। भारत-पाकिस्तान के विभाजन के समय जब पलायन हो रहा था तो हालात नियंत्रित करने में सीआरपीएफ ने खास भूमिका निभाई। सीआरपीएफ को पेशेवर रुख रखना होगा।

उल्लेखनीय है कि 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद ने सीआरपीएफ के वाहन पर हमला किया था। बस में सवार सभी 40 जवान शहीद हो गए। भारत ने 26 फरवरी को बालाकोट में आतंकियों का सफाया कर इसका बदला लिया था।

Updated : 19 March 2019 9:11 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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