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'फानी' की तबाही : 48 घंटे बाद भी नहीं उबरा ओडिशा, 30 लाख लोग अब भी अंधेरे में

'फानी' से पुरी व खोरधा जिले में सर्वाधिक तबाही, घायलों का चल रहा इलाज भुवनेश्वर में बिजली के साथ मोबाइल सेवा भी नहीं हो सकी है सामान्य

फानी की तबाही : 48 घंटे बाद भी नहीं उबरा ओडिशा, 30 लाख लोग अब भी अंधेरे में
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भुवनेश्वर| समुद्री तूफान 'फानी' के कारण ओडिशा के तटवर्ती इलाकों में 48 घंटे बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हो पाई है और अब भी तबाही का मंजर सामने दिख रहा है। पुरी व खोरधा जिला जिसमें भुवनेश्वर शहर भी आता है, में सर्वाधिक नुकसान हुआ है। राजधानी भुवनेश्वर में पेड़ गिरने व इलेक्ट्रिक पोल गिरने के कारण बिजली के साथ-साथ मोबाइल सेवा भी अभी तक ठप है। इन दोनों जिलों में बिजली के इंफ्रास्ट्रक्चर पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गए हैं जिसे ठीक करने में अभी और वक्त लगेगा । तूफान के कारण करीब 30 लाख बिजली उपभोक्ताओं के घरों में बिजली की आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गयी है। इन दोनों जिलों में ऐसा कोई पेड़ शायद ही बचा हो जिसे नुकसान नहीं हुआ है। फानी की तबाही इन क्षेत्रों के अलावा कटक, केंद्रपाड़ा व जगतसिंहपुर जिले में भी हुई है मगर यहाँ आंशिक नुकसान हुआ है।

भुवनेश्वर स्थित राज्य के स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस तूफान के कारण 30 लाख बिजली उपभोक्ताओं के घरों में बिजली की अभी तक ठप है, जिससे चरणों में प्राथमिकता के अनुसार ठीक किया जा रहा है | भयंकर तूफान 'फानी' के कारण उच्च क्षमता वाले कई पोल ध्वस्त हो गए हैं | इसमें 132 केवी के 19 टावर, 400 केवी वाले दो टावर), 33 केवी/11केवी एचटी के 200 पोल) और करीब दस हजार 11/0-4 डिस्ट्रिब्यूटशन ट्रांसफार्मर पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं।

भयंकर तूफान के कारण पुरी जिले में लगभग सभी कच्चे घर ध्वस्त हो गए हैं । सड़कों पर दुकान चलाकर आजीविका निर्वाह करने वाले दुकानदारों के हजारों दुकान ध्वस्त हो गए हैं । फानी तूफान के कारण विभिन्न स्थानों पर पेड़, मकान व अन्य कारणों से घायल हुए 160 लोग अस्पताल में भर्ती किये गए हैं जिनका इलाज चल रहा है और कई की स्थिति अभी भी गंभीर बनी है। राजधानी भुवनेश्वर में पेड़ गिरने व इलेक्ट्रिक पोल गिरने के कारण बिजली के साथ-साथ मोबाइल सेवा भी अभी तक ठप है जिसके कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है |

Updated : 5 May 2019 2:23 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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