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उत्पादक देशों ने माना कच्चे तेल की कीमत 80 डॉलर से अधिक न हो

उत्पादक देशों ने माना कच्चे तेल की कीमत 80 डॉलर से अधिक न हो
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लॉस एंजेल्स/स्वदेश वेब डेस्क। उत्पादक देशों (ओपेक) और गैर ओपेक देशों की एक उच्चस्तरीय बैठक में सदस्य देशों ने सहमति जताई है कि कच्चे तेल की कीमतों में अस्सी डॉलर प्रति बैरल से अधिक कीमत होना उचित नहीं है।

इसके बावजूद सदस्य देशों ने इस बात पर भी आशंका जताई है कि ईरान पर आर्थिक प्रतिबंधों की तिथि 4 नवम्बर जैसे-जैसे समीप आ रही है, कच्चे तेल की कीमत पर तत्काल कोई पुख्ता निर्णय लेना उचित नहीं होगा। अमेरिकी आर्थिक प्रतिबंधों के कारण ईरान की तेल आपूर्ति में कितनी कमी होगी, इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं है। पिछले गुरुवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नाराजगी व्यक्त की थी कि ओपेक देशों का कच्चे तेल की कीमतों पर कोई अंकुश नहीं है।

ईरान प्रति दिन 25 लाख बैरल प्रतिदिन कच्चे तेल की आपूर्ति करता है, जिसमें चीन और भारत, दो बड़े आयातक देश हैं। चीन ने पहले से ही स्पष्ट कर दिया था कि वह अमेरिका के आर्थिक प्रतिबंधों की परवाह नहीं करेगा, लेकिन भारत, दक्षिण कोरिया और जापान के अलावा कुछ छोटे विकासशील देशों के सम्मुख आर्थिक प्रतिबंधों की तलवार लटकी हुई है। ईरान के अलावा वेनेजुएला और लीबिया जैसे तेल उत्पादक देशों की ओर से भी कच्चे तेल की आपूर्ति को लेकर समस्या बनी हुई है।

ओपेक और गैर ओपेक देशों की बैठक अल्जियर्स में रविवार को हुई। इस बैठक में सऊदी अरब के तेल मंत्री खालिद अल फलीह के अलावा रूस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। फलीह ने कहा कि साऊदी अरब के पास ढाई लाख बैरल प्रतिदिन अतिरिक्त कच्चे तेल की क्षमता है। कहा जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के ईरान के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंधों के निर्णय के बाद यह पहला मौका है कि क्रूड ऑयल की कीमतें अस्सी डॉलर प्रति बैरल से ऊपर गई हैं।

Updated : 24 Sep 2018 11:53 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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