लीची इन बीमारियों के लिए हैं कारगर
X
नई दिल्ली। देश में इस बार एन्टीआक्सीडेंट और रोग प्रतिरोधक क्षमता से भरपूर लीची की फसल न केवल अच्छी हुई है बल्कि बेहतर गुणवत्ता और मिठास से भरपूर है। पेड़ से तोड़ने के बाद जल्दी खराब होने वाली लीची इस बार अधिक तापमान के कारण रोगमुक्त और मिठास से भरपूर है । कैंसर और मधुमेह की रोकथाम में कारगर लीची का फल इस बार न केवल सुर्ख लाल है बल्कि कीड़े से अछूती भी है । लीची में सुक्रोज , फ्रूक्टोज और ग्लूकोज तीनों ही तत्व पाए जाते हैं। पाचनतंत्र और रक्त संचार को बेहतर बनाने वाली लीची के 100 ग्राम गूदे में 70 मिलीग्राम विटामिन सी होता है । इसमें वसा और सोडियम नाम मात्र के लिए होता है।
हम आपको बता दें कि जागरुक किसानों ने समय-समय पर लीची के पौधों की सिंचाई की है उनकी फसल बहुत अच्छी है और लीची मिठास से भरपूर है । ऐसे किसानों ने प्रति हेक्टेयर 16 से 18 टन की पैदावार ली है । कुछ किसानों ने वैज्ञानिकों की सलाह और उनकी देखरेख में प्रति हेक्टेयर 20 टन तक लीची की पैदावार ली है । उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में 25 मई के बाद पेड़ से लीची तोड़ने वाले किसानों को प्रतिकिलो 70 रुपए का मूल्य मिला है। इससे पहले जिन किसानों ने लीची को बाजार में उतार दिया था उसमें मिठास कम था। इसको अधिक से अधिक समय तक सुरक्षित रखा जा सके इसके लिए भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र एवं राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने लीची फल को उपचारित करके और कम तापमान पर 60 दिनों तक भंडारित करके रखने में सफलता पाई है। इसका एक प्रसंस्करण संयंत्र भी विकसित किया गया है।
-लीची बच्चों के शारीरिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसलिए बच्चों को प्रति वर्ष इसका सेवन करवाना चाहिए.
-लीची हमारी हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है. यह हमारे हड्डियों में विकार के कारण होने वाली बीमारी से हमें बचाता है.
-लीची का नियमित सेवन हमारे शरीर में कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है. खासतौर पर स्तन कैंसर में यह ज्यादा लाभदायक है.
-लीची सेक्स लाइफ बढ़ाने में भी बहुत मददगार है.
-लीची कब्ज नियंत्रित करने में मदद करता है.
-नियमित लीची खाना चर्बी कम करने में मदद करता है.
-लीची का नियमित सेवन हमारे चेहरे पर असमय झुरिर्याँ नहीं आने देता है.
Swadesh Digital
स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in