ई-टिकट : कमाई बढ़ाने के चक्कर में IRCTC, मन पसंद बर्थ का विकल्प देकर फंसा रही यात्रियों को
सुविधा देने के नाम पर पहले ऐसा नहीं था नियम
X
वेब डेस्क। ई-टिकट लेने वाले आम रेल यात्रियों को इन दिनों बुकिंग करने के दौरान खासी परेशानी हो रही है। इंडियन रेलवे कैटरिंग एण्ड टूरिज्म कॉर्पोरेशन आईआरसीटीसी की निजी आईडी से टिकट बनाते समय यात्री को उसके पसंद की बर्थ नहीं मिलने पर यात्री आरक्षण नहीं कराते, लेकिन टिकट के पैसे उनके खाते से कट रहे हैं। ये पैसे आठ-दस दिन में उनके खाते में आ रहे हैं।
इस दौरान अगर यात्री किसी दूसरी ट्रेन या दूसरी बार भी उसी गाड़ी के लिए आरक्षण करवाते हैं, तब भी उन्हें अलग पैसे देना पड़ते हैं। पूर्व में काटे गए पैसों को नए आरक्षण में एडजस्ट नहीं किया जा रहा है। रेलवे के इस अजब-गजब नियम से रोजाना हजारों यात्री परेशान हो रहे हैं। आईआरसीटीसी के हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
सिस्टम सुधारा नहीं जा रहा है। इस बारे में कई यात्रियों ने ई-मेल कर इस संबंध में जानकारी दी है। इन दिनों 65 फीसदी से अधिक लोग ऑनलाइन टिकट बुक करके ट्रेनों में यात्रा कर रहे हैं। आईआरसीटीसी ने रेल कनेक्ट नाम से एप की सुविधा भी दी है, ताकि मोबाइल से भी ई-टिकट की बुकिंग आसानी से हो सके, लेकिन बिना टिकट बुकिंग के ही पैसा कटने वाला नियम केवल आम लोगों के निजी आईडी में ही है। आईआरसीटीसी के एजेंटों के साथ ऐसा नहीं है। इस तरह के दोहरे नियम से रेलवे की सुविधाओं पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
पहले ऐसा नहीं था नियम
बर्थ के लिए पसंद देने पर पहले पैसे नहीं कटते थे। टिकट बुकिंग के दौरान विकल्प में बर्थ उपलब्ध नहीं होने पर यात्री से सवाल पूछे जाते थे कि आपकी पसंद की सीट नहीं है। ऐसे में क्या आप सामान्य तौर से आरक्षण कराना चाहते हैं या नहीं। नहीं कहने पर किराया नहीं कटता था। हां करने पर टिकट बुकिंग के साथ ही भुगतान होता था। पिछले 15 दिन से अचानक ही पैसे कट रहे हैं।
क्रेडिट कार्ड बनाने का दबाव
जानकारों का कहना है आईआरसीटीसी यात्रियों को सुविधा देने के नाम पर अपनी कमाई बढ़ाने के चक्कर में है। इन दिनों यात्रियों को कैश क्रेडिट कार्ड बनाने का अभियान चलाया जा रहा है। स्टेशन में वालेंटियर्स यात्रियों पर क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए घेर रहे हैं और इसमें छूट मिलने की बात बता रह हैं। इतना ही नहीं स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक एक पर इसके लिए एक काउंटर खोला गया है, जहां आईआरसीटीसी कर्मचारी यात्रियों का क्रेडिट कार्ड बनाने का काम करता है।
Swadesh News
Swadesh Digital contributor help bring you the latest article around you