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राज्यपाल ने बंगाल में हुई हिंसा को लेकर की प्रधानमंत्री-गृहमंत्री से की मुलाकात

राज्यपाल ने बंगाल में हुई हिंसा को लेकर की प्रधानमंत्री-गृहमंत्री से की मुलाकात
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नई दिल्ली। भाजपा पश्चिम बंगाल में अपने कार्यकर्ताओं की हत्या और 'बिगड़ती कानून और व्यवस्था के विरोध में सोमवार को 'काला दिवस' मना रही है। पार्टी ने उत्तरी 24 परगना जिले के बसीरहाट उप संभाग में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है। भाजपा ने राज्य के कई हिस्सों में रैलियां निकालीं, जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांध रखी थी। वहीं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के लिए दिल्ली आए। होम मिनिस्टर अमित शाह से भी मिले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी। यह बैठक करीब 20 मिनट तक चली और इसके बाद बंगाल के राज्यपाल ने बताया कि उन्हें पश्चिम बंगाल के हालात के बारे में जानकारी दी है। वहीं पीएम मोदी से मुलाकात पर उन्होंने कहा कि उनसे शिष्टाचार मुलाकात की।

इससे पहले पत्रकारों से बता करते हुए केसरी नाथ त्रिपाठी ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री से 9-10 जून और 14-15 जून को मुलाकात के लिए कहा था, क्योंकि मैं शपथ ग्रहण के समय उन्हें व्यक्तिगत रूप से शुभकामनाएं नहीं दे सका था। उन्होंने कहा कि यह शिष्टाचार भेंट है। बसीरहाट में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच शनिवार को बसीरहाट के संदेशखली इलाके में संघर्ष हो गया था। भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं की हत्याओं में शामिल दोषियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग करते हुए जिला उपसंभाग में विरोध रैलियां निकालीं।

पुलिस ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए इलाके में भारी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने उप संभाग में कई स्थानों पर सड़कों और रेलवे पटरियों पर वाहनों और गाड़ियों की आवाजाही बाधित कर दी। रविवार को भाजपा ने घोषणा की थी कि वह राज्य भर में ''काला दिवस मनाएगी। साथ ही पार्टी ने पुलिस द्वारा अपने कार्यकर्ताओं के शवों को कोलकाता लाने से रोक दिए जाने के बाद बसीरहाट में 12 घंटे के बंद का आह्वान भी किया था।

रविवार तक, संदेशखली में झड़पों में मारे गए कम से कम तीन लोगों के शव बरामद किए गए थे, जबकि कई अन्य लापता थे। भाजपा ने दावा किया है कि उसके पांच कार्यकर्ता मारे गए थे, जबकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया था कि उसका एक कार्यकर्ता मारा गया।

झड़प के एक दिन बाद, गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार को एक परामर्श भेजा जिसमें राज्य में ''हिंसा पर ''गहरी चिंता व्यक्त की गई तथा कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा गया था। केन्द्र के पत्र पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने दावा किया कि राज्य में स्थिति 'नियंत्रण में है और उसकी कानून प्रवर्तन एजेंसियों की ओर से कोई लापरवाही नहीं हुई है।

Updated : 10 Jun 2019 8:47 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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