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J&K में हुई बर्फबारी, जमीन से लेकर हवाई यातायात पर पड़ा असर

जम्मू-श्रीनगर, श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग तथा मुगल रोड सहित कई छोटे लिंक मार्ग बंद गुलमर्ग में इस मौसम की अब तक की सबसे अधिक 62 इंच तक बर्फबारी दर्ज की गई यातायात बंद होने के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर 2,000 से अधिक वाहन फंसे श्रीनगर शहर में अभी तक लगभग 11 इंच तक हिमपात हुआ, सभी उड़ानें रद्द दक्षिण कश्मीर के क़ाज़ीगुंड के प्रवेश द्वार क़स्बा में 12 इंच बर्फबारी

J&K में हुई बर्फबारी, जमीन से लेकर हवाई यातायात पर पड़ा असर
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जम्मू। केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर में बुधवार से मौसम के मिजाज बदले हुए हैं। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी तथा मैदानी इलाकों में भारी बारिश लगातार जारी है। बर्फबारी तथा बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हो रही है। यह मौसम इसी प्रकार आठ नवम्बर तक बना रहेगा। कश्मीर घाटी के पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी हो रही है जिससे हवा से लेकर जमीनी सतह तक के यातायात में बाधा पड़ी है। पहाड़ी इलाकों में हुई ओलावृष्टि से फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। बारिश व तेज़ हवाओं का सिलासिला मंगलवार देर रात से ही शुरू हो गया था। बुधवार को मौसम और बिगड़ गया तथा रात से ही मैदानी इलाकों में बारिश तथा पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई जो गुरुवार को अभी तक जारी है।

श्रीनगर शहर में अभी तक लगभग 11 इंच तक हिमपात हुआ है जबकि दक्षिण कश्मीर के क़ाज़ीगुंड के प्रवेश द्वार क़स्बा में 12 इंच बर्फबारी हुई जबकि गुलमर्ग में इस मौसम की अब तक की सबसे अधिक 62 इंच तक बर्फबारी दर्ज की गई है। अफरवट में डेढ़ फुट, सोनमर्ग में डेढ़ फुट, साधनाटॉप में दो फुट और महागुंसटॉप में भी दो फुट बर्फ रिकॉर्ड की गई। जवाहर टनल तथा काज़ीगुंड में भी हो रही बर्फबारी तथा बारिश के चलते जम्मू-श्रीनगर, श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग तथा मुगल रोड सहित कई छोटे लिंक मार्ग बंद हो गए हैं। बर्फबारी होने के कारण गुरेज़, माछिल, केरन और तंगधार से जुड़ने वाली कईं सड़कों को भी बंद कर दिया गया है। यातायात बंद होने के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर 2,000 से अधिक वाहन फंसे हुए हैं। इसी दौरान खराब मौसम तथा रोशनी के चलते श्रीनगर हवाई अड्डे पर आने और जाने वाली सभी उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।

मौसम विभाग के एक अधिकारी के अनुसार श्रीनगर और कश्मीर घाटी के अन्य हिस्सों में बेमौसम हिमपात हो रहा है जिससे कश्मीर में शुरुआती सर्दियों में ही ठंड बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि न्यूनतम तापमान इस साल में पहली बार ही हिमांक बिंदु से नीचे चला गया है। मौसम विभाग ने कश्मीर के उच्चपर्वतीय इलाकों बांडीपोरा, बारामुला, कुपवाड़ा, गांदरबल, बड़गाम, अंतनाग व शोपियां में प्रशासन ने हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। इसके साथ ही प्रशासन ने उक्त इलाकों में सड़कों से बर्फ हटाने के लिए मशीनों को तैयार रखा है।

मौजूदा सर्दियों में वादी के उच्चपर्वतीय इलाकों में यह चौथा हिमपात है। वहीं माना जा रहा है कि जम्मू कश्मीर, हिमाचल तथा उत्तराखंड में हो रही भारी बर्फबारी तथा बारिश का असर दिल्ली पर पड़ सकता है दिल्ली में इस बारिश से प्रदूषण के स्तर में कमी आ सकती है। जम्मू संभाग के पहाड़ी इलाकों में भी बुधवार से लेकर गुरुवार अभी तक जारी भारी बारिश हो रही है जिसके साथ ओलावृृष्टि के कारण फसलों को नुकसान हुआ है। गुरुवार को कठुआ, बनी, पुंछ, पीर की गली आदि में बर्फबारी भी हुई है। भारी बारिश व हिमपात के कारण जम्मू में भी सर्दी बढ़ी है। लगातार हो रही भारी बारिश से जम्मू की गलियों व नालियों में भी बारिश का पानी जमा हो गया। जम्मू संभाग में लोगों को गुरुवार को गर्म कपड़ों में देखा गया है। जम्मू में लगातार हो रही बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

बारिश और बर्फबारी की वजह से राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में 100 से अधिक पेड़ गिरने की सूचना है। इसके साथ ही बिजले के खंभे गिरने से आपूर्ति भी बाधित हुई है। जम्मू संभाग में कल देर रात से रुक-रुककर बारिश हो रही है। इससे आम जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है। पहाड़ों पर भारी बर्फबारी शुरू हो गई है। इससे लोगों को यातायात में दिक्कत भी आ रही है वहीं श्रीनगर में यातायात और टेलीफोन सेवाएं ठप हो गई हैं। दूसरी तरफ मौसम की पहली बर्फबारी से पर्यटकों में खुशी का माहौल है।


Updated : 7 Nov 2019 5:41 PM GMT
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Amit Senger

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