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नागरिकता कानून पर प्रियंका गांधी बोलीं - सरकार ने संविधान को पहुंचाई चोट

नागरिकता कानून पर प्रियंका गांधी बोलीं - सरकार ने संविधान को पहुंचाई चोट
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नई दिल्ली। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को कहा है कि सरकार ने संविधान को चोट पहुंचाई है। यह देश की आत्मा पर हमला है। युवा देश की आत्मा है। विरोध करना उनका अधिकार है। मैं भी एक मां हूं। प्रियंका गांधी ने कहा कि आपने उनकी लाइब्रेरी में प्रवेश किया, उन्हें बाहर निकाला और उनकी पिटाई की। यह अत्याचार है।

प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि ये हमारा आपका देश है। हम सबको एकजुट होकर सरकार के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। सरकार गलत कर रही है। नागरकिता कानून संविधान के खिलाफ है। प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस का हर व्यक्ति इस अत्याचार के खिलाफ लड़ेगा और छात्रों के साथ खड़ा होगा। प्रियंका ने कहा कि प्रधानमंत्री को इस बात पर जवाब देना चाहिए कि कल विश्वविद्यालय में क्या हुआ, किसकी सरकार ने छात्रों के साथ मारपीट की? उन्हें डूबती अर्थव्यवस्था पर बोलना चाहिए।

इससे पहले प्रियंका गांधी ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए रविवार को कहा- इस सरकार को जनता की आवाज से डर है, इसलिए वे छात्रों पर पत्रकारों को दबा कर अपनी मौजूदगी दर्ज कर रही है। रविवार की रात किए गए एक ट्वीट में प्रियंका गाधी ने कहा कि पीएम को युवाओं की आवाज सुननी होगी।

उन्होंने आगे कहा- "देश की यूनिवर्सिटीज में घुसकर उसके अंदर छात्रों को पीटा जा रहा है। ऐसे समय में जब सरकार को जनता की आवाज सुननी चाहिए, उस वक्त बीजेपी सरकार नॉर्थ ईस्ट, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में छात्रों और पत्रकारों पर जुल्म ढा रही है। यह सरकार डरपोक है।"

गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की जामिया मिल्लिया इस्लामिया के समीप न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में पुलिस के साथ झड़प हो गई, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने डीटीसी की चार बसों और दो पुलिस वाहनों में आग लगा दी। झड़प में छात्रों, पुलिसकर्मियों और दमकलकर्मी समेत करीब 60 लोग घायल हो गए। पुलिस कार्रवाई के खिलाफ विश्वविद्यालय के छात्रों ने सोमवार को कड़कड़ाती ठंड में जामिया के प्रवेश द्वार के बाहर कमीज उतारकर प्रदर्शन भी किया।

Updated : 16 Dec 2019 2:36 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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