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राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दी महाराष्ट्र, गुजरात दिवस व मई दिवस की शुभकामनाएं

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दी महाराष्ट्र, गुजरात दिवस व मई दिवस की शुभकामनाएं
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नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को महाराष्ट्र और गुजरात को उनके 59वें स्थापना दिवस पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संदेश में कहा है, 'महाराष्ट्र दिवस पर महाराष्ट्र के लोगों को शुभकामनाएं और बधाई। कामना करता हूं कि आने वाले वर्षों में राज्य विकास की नई ऊंचाइयों को छुए।' उन्होंने गुजरात की जनता को अपने शुभकामना संदेश में कहा है, 'गुजरात के लोगों को राज्य दिवस की बधाई। आने वाले वर्षों में राज्य का विकास और समृद्धि जारी रहे। गुजरात के लोगों को उज्ज्वल भविष्य के लिए मेरी शुभकामनाएं।'

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है, गुजरात दिवस पर गुजरात के लोगों को शुभकामनाएं। सभी क्षेत्रों में राज्य के लोगों ने उत्कृष्ट योगदान दिया है। गुजरातियों को उनके साहस, नवाचार और उद्यम की भावना के लिए जाना जाता है। कामना करता हूं कि गुजराती राज्य गौरव की नई ऊंचाइयों पर ले जाए। जय जय गरवी गुजरात। इसके अलावा पीएम ने महाराष्ट्र को बधाई देते हुए कहा, 'राज्य के स्थापना दिवस पर महाराष्ट्र की मेरी बहनों और भाइयों को शुभकामनाएं। महाराष्ट्र क्रांतिकारियों और सुधारकों की भूमि है, जिन्होंने भारत की प्रगति को समृद्ध किया है। आने वाले समय में राज्य की निरंतर वृद्धि के लिए प्रार्थना। जय महाराष्ट्र!'

उल्लेखनीय है कि बम्बई राज्य से 1 मई को महाराष्ट्र और गुजरात का विभाजन हुआ था। बम्बई अब मुंबई को महाराष्ट्र में अपनी राजधानी के रूप में रखा है। बम्बई राज्य के उत्तरी और पश्चिमी भागों को जिसमें गुजराती भाषी लोगों की प्रधानता है, मिलाकर गुजरात राज्य का निर्माण 1 मई 1960 को किया गया।

देश की समृद्धि में श्रमिकों को किया याद

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को श्रमिक दिवस की बधाई देते हुए देश की समृद्धि एवं प्रगति में उनकी महती भूमिका को याद किया और श्रमिकों की सराहना की है।राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा है, 'श्रमिक दिवस के अवसर पर, कठोर परिश्रम करने वाले सभी श्रमिक भाई-बहनों को बधाई एवं शुभकामनाएं। इस दिवस पर हम उन अनगिनत मजदूर भाई-बहनों की हिम्मत और निष्ठा का सम्मान करते हैं जो देश के निर्माण में लगे हुए हैं और एक बेहतर, अधिक समृद्ध भारत की नींव तैयार कर रहे हैं।'

उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि मई दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय जीवन में मेहनतकश किसानों और श्रमिकों के योगदान के लिए उनका अभिनंदन करता हूं। देश की समृद्धि एवं प्रगति में आपकी महती भूमिका है। कृतज्ञ समाज का उत्तरदायित्व है कि श्रमिक वर्ग के हितों का संरक्षण हो। उन्होंने कहा कि श्रमिक दिवस के अवसर पर बाल मजदूरी का सर्वथा निषेध करने का संकल्प लें। बाल मजदूरी न केवल अपराध है बल्कि अनैतिक सामाजिक बुराई है, जिसका एक संवेदनशील समाज में कोई स्थान नहीं। यह हमारे संवैधानिक आदर्शों के विरुद्ध है। बाल मजदूरों को जीवन के अवसर उपलब्ध कराने में सहयोगी बनें।

उपराष्ट्रपति ने कहा असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों तथा भूमिहीन कृषि मजदूरों के लिए पेंशन, बीमा, स्वास्थ्य बीमा जैसी सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराना हमारी आर्थिक प्रगति का मानदंड होना चाहिए। यद्यपि देश की अर्थव्यवस्था उत्तरोत्तर असंगठित क्षेत्र से संगठित क्षेत्र की दिशा में अग्रसर है तथापि अधिकांश श्रमिक अभी भी असंगठित क्षेत्र में कार्यरत हैं।

उन्होंने कहा कि किसी सभ्य समाज और विकसित अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक है कि संसाधनों का न्यायपूर्ण और नैतिक आबंटन हो। सामाजिक सौहार्द और अर्थव्यवस्था के स्थायित्व के लिए यह अपरिहार्य है। हमारा संवैधानिक दर्शन देश के आर्थिक विकास और प्रबंधन में श्रमिकों की भागीदारी की अपेक्षा रखता है।

उन्होंने कहा कि हमारे संविधान में श्रमिकों के लिए निर्वाह मजदूरी, शिष्ट जीवन स्तर, अवकाश तथा उनके सामाजिक और सांस्कृतिक अवसर सुनिश्चित कराया जाना अपेक्षित है। राष्ट्रीय जीवन में आवश्यक है कि हम इन संवैधानिक अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए निष्ठापूर्वक प्रयास करें।

Updated : 1 May 2019 4:47 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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