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मंदिर निर्माण से होगा राष्ट्र निर्माण : आलोक कुमार

मंदिर निर्माण से होगा राष्ट्र निर्माण : आलोक कुमार
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नई दिल्ली। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अयोध्या प्रकरण पर दिए गए ऐतिहासिक निर्णय को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने इसे राष्ट्र निर्माण की दिशा में उठा एक शक्तिशाली कदम निरूपित किया है। विहिप के अध्यक्ष श्री आलोक कुमार ने एक पत्रकार वार्ता में कहा है कि हमारा पूरा ध्यान केवल और केवल राम मंदिर के भव्य निर्माण पर केंद्रित है। इस मंदिर के निर्माण में समय लगेगा, इसलिए अब निकट भविष्य में विहिप का एजेंडा केवल राम मंदिर का निर्माण ही है। उन्होंने विजय भाव के साथ उत्साह भरे शब्दों में कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने सारे तथ्यों और देखकर ही इस बहुप्रतीक्षित मामले में निर्णय लिया है। इसलिए इस निर्णय का सभी को सम्मान करना चाहिए। अब भारत सरकार के अपेक्षा यही है कि वह इस दिशा में आगे का मार्ग प्रशस्त करे। काशी, मथुरा के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि अभी हमारा ध्यान राममंदिर के भव्य निर्माण पर ही है।

विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण की शुरूआत हो चुकी है। यह भारत में सांस्कृतिक जागरण का अभिनव कार्य करेगा। वे कहते हैं कि आज प्रसन्नता का विषय है और देश की समस्याओं के समाधान का भी अवसर मिला है। राममंदिर पर आए निर्णय पर भारत का ही नहीं, बल्कि विश्व का हिन्दू समाज प्रसन्नचित है। उन्होंने देश के हिन्दू समाज से आग्रह भी किया कि यह प्रसन्नता आक्रामक नहीं हो इसका हमें विशेष ध्यान रखना चाहिए।

विहिप के आलोक कुमार जी ने कहा कि जैसे जैसे मंदिर निर्माण की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी, वैसे ही सामाजिक मर्यादा, सामाजिक समरसता, संगठन और संस्कारित हिन्दू समाज बनने की दिशा स्थापित होगी।

राम और शरद कोठारी का सपना हुआ पूरा

हम जानते ही है सन 1992 में 6 दिसंबर के दिन राम भक्तों के ज्वार का प्रदर्शन पूरी दुनिया ने देखा। इस दिन उठे ज्वार ने राम जन्मभूमि पर बने विवादित ढांचे को ढहा दिया। लाखों राम भक्त जय श्री राम का नारा लगाते हुए गुम्बद पर चढ़ गए। इससे पूर्व 1990 में भी ऐतिहासिक कारसेवा हुई। जिसमें शरद कोठारी और राम कोठारी का बलिदान हो गया। आज का निर्णय राम मंदिर के निर्माण के लिए चले संघर्ष में बलिदान होने वाले कारसेवकों को न्याय मिलने का दिन है। यह उनके सपने की जीत है।

न्याय की विजय है : चम्पत राय

विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री चम्पत राय ने स्वदेश से विशेष वार्ता में कहा कि देश का हिन्दू समाज को साढ़े पांच सौ वर्षों से 72 बार संघर्ष करने के बाद तथा 70 वर्षों के न्यायिक संघर्ष के बाद यह प्रसन्नता व्यक्त करने का अवसर मिला है। आज विश्व के करोड़ों हिंदुओं की वर्षों की प्रतीक्षा पूर्ण हुई है और ऐतिहासिक न्याय मिला है।

यह मात्र हार या जीत नहीं : विनोद बंसल

विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल का मानना है कि राम जन्मभूमि पर सर्वोच्च न्यायालय के इस न्यायोचित निर्णय को किसी पक्ष की जीत या हार के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। यह निर्णय करोड़ों देशवासियों की आस्था से जुड़ा है, इसलिए यह आस्था की विजय है।

श्री बंसल आगे कहते हैं कि भगवान राम के भव्य मंदिर के पक्ष में आने वाले इस निर्णय के कारण अभी तक जो लोग बाबर का नाम जपते थे, वे अब राम की तरफ आएंगे और भारत फिर से एक सांस्कृतिक रूप के साथ नए अंदाज में दुनिया के सामने आएगा।

उन्होंने स्वदेश से विशेष वार्ता में यह भी विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि जो लोग राम मंदिर के विरोध में थे, सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद वह भी इसका सम्मान ही करेंगे। क्योंकि न्यायपालिका में सभी का विश्वास है। और यह लड़ाई भी मात्र निर्णय आने तक की ही थी।

Updated : 9 Nov 2019 1:50 PM GMT
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