Home > देश > करतारपुर गलियारा : भारत-पाक के तकनीकी विशेषज्ञों की बैठक ख़त्म, रावी नदी से बनेगा क्रॉसिंग प्वाइंट

करतारपुर गलियारा : भारत-पाक के तकनीकी विशेषज्ञों की बैठक ख़त्म, रावी नदी से बनेगा क्रॉसिंग प्वाइंट

करतारपुर गलियारा : भारत-पाक के तकनीकी विशेषज्ञों की बैठक ख़त्म, रावी नदी से बनेगा क्रॉसिंग प्वाइंट
X

गुरदासपुर। करतारपुर गलियारा निर्माण को लेकर भारत और पाकिस्तान के तकनीकी विशेषज्ञों की मंगलवार को अहम बैठक हुई। बैठक के दौरान दोनों देशों के क्रॉसिंग प्वाइंट को लेकर भी चर्चा हुई। जिसमें संभावना जताई जा रही है कि इसके लिए रावी नदी के पुल से क्रॉसिंग प्वाइंट बनाया जाएगा।

इससे पहले पंजाब के जिला गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक क्षेत्र के सीमान्त क्षेत्र में जीरो लाइन पर करतारपुर गलियारा निर्माण को लेकर भारत-पाकिस्तान के तकनीकी विशेषज्ञों की बैठक हुई। इसी स्थान से करतारपुर मार्ग को जोड़ा जाना है। दोनों देशों की टीम ने मार्गस्थल का जायजा लिया। जीरो लाइन पर इस बैठक के लिए टैंट लगाए गए थे। विशेषज्ञों का दल भारत में तारबंदी के पास जाकर स्थान की निशानदेही की और निशान लगाए। इस दौरान डेरा बाबा नानक में दूरबीन से करतारपुर के दर्शन का कार्य कुछ समय के लिए रोक दिया गया।

जानकारी के मुताबिक बैठक में पाकिस्तान के प्रवेश का रास्ता कहां से बनाया जाए, इसे लेकर चर्चा हुई। दोनों देशों के बीच रावी नदी है और माना जा रहा है कि क्रॉसिंग प्वाइंट रावी नदी के पुल पर बनाया जाएगा। पहले स्थल क्रॉसिंग प्वाइंट रखा गया था और उसके को-ऑर्डिनेटर अलग थे लेकिन अब क्रॉसिंग प्वाइंट नदी के पुल पर बनने की संभावना है इसलिए नए को-ऑर्डिनेटर लगाए गए हैं।

तकनीकी विशेषज्ञों की टीमें बैठक को लेकर अपने-अपने देशों को रिपोर्ट सौंपेंगी। इस रिपोर्ट पर 2 अप्रैल को प्रस्तावित भारत-पाक अधिकारियों की बैठक में चर्चा की संभावना है। यह बैठक पाकिस्तानी क्षेत्र में अटारी सीमा के पार वाघा में होगी। संकेत हैं कि 2 अप्रैल की बैठक के बाद दोनों देशों के तकनीकी विशेषज्ञों की कुछ और बैठकें हो सकती हैं।

गौरतलब है कि पुलवामा आतंकी हमले और उसके बाद दोनों देशों के बीच उपजे तनाव की छाया में 14 मार्च को करतारपुर गलियारे को लेकर भारत-पाक में बैठक हुई थी। भारत-पाक सीमा पर अमृतसर की अटारी सीमा पर इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट पर आयोजित इस बैठक में पाकिस्तान के 18 सदस्यीय अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल शामिल हुआ था।

इस बैठक से पूर्व पिछले साल नवंबर में करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाना नानक गुरुद्वारा से जोड़ने के लिए गलियारा बनाने पर भारत और पाकिस्तान ने सहमति दी थी। करतारपुर में सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव जी ने अपना अंतिम समय व्यतीत किया था।

Updated : 19 March 2019 1:00 PM GMT
Tags:    
author-thhumb

Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


Next Story
Top